कोलकाता : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस की वजह से इन दिनों पुरे देश में लॉकडाउन लागु है। इस दौरान मेडिकल, राशन, दूध और सब्जियों के दुकान छोड़कर सभी दुकानें बंद है। यातायात सेवा भी पूरी तरह ठप पड़ गया है। ऐसे में कोलकाता से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाई। हालांकि अब इस पर तरह-तरह सवाल उठने शुरू हो गए। जिसके बाद अब रेलवे ने इस पर अपनी सफाई दे दी है।
पश्चिम बंगाल से रांची के बीच चलाई गयी ट्रेन –
एक खबर के मुताबिक, इस ट्रेन से करीब 30 यात्री पश्चिम बंगाल से रांची के बीच शुक्रवार को कई रेलवे स्टेशनों पर अपने गंतव्य स्थानों के लिए उतरे थे। जबकि लॉकडाउन के चलते देश भर में ट्रेन सेवाएं बंद हैं। इसके बाद दक्षिण पूर्व रेलवे ने सोमवार को स्पष्ट किया कि पिछले सप्ताह स्पेशल मेडिकल ट्रेन चलाई गई थी, उसमें किसी यात्री ने यात्रा नहीं की और इस पर सवार लोग रेल कर्मचारी थे।
रेलवे ने दी सफाई –
लगातार उठ रहे सवाल के बाद अब रेलवे ने इसका जवाब दिया है। रेलवे ने कहा कि यह स्पेशल ट्रेन, संतरागाछी-हटिया-संतरागाछी के बीच चलाई गई थी और इस पार्सल ट्रेन में बहुत ही जरूरी मेडिकल उपकरण, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), मास्क, दस्ताने, सैनेटाइजर तथा दवाइयां आदि थी। इनका वितरण दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर, चक्रधरपुर, रांची एवं आद्रा चारों मंडलों में किया गया।
इस दौरान रेलवे ने यह भी जानकारी दी कि लॉकडाउन के दौरान देशभर में दवाओं, मास्क, अस्पताल से संबंधित चीजों समेत 1,150 टन मेडिकल सामानों की ढुलाई की है। उत्तरी रेलवे ने सबसे अधिक 400 टन सामान की ढुलाई की। इसके बाद पश्चिम रेलवे (328.84 टन) और मध्य रेलवे (136 टन) का स्थान है। रेलवे एक ओर जहां जरूरी सामानों की ढुलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, वहीं दूसरी ओर वह जरूरत के समय लोगों को चिकित्सा मदद भी उपलब्ध करा रहा है। बयान में कहा गया है कि आईआरसीटीसी की विभिन्न शहरों में स्थित रसोइयों से सोमवार तक भोजन के 20.5 लाख पैकेट बांटे गए। इनमें 11.6 लाख पैकेट आईआरसीटीसी ने उपलब्ध कराए।