नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24- दुनियाभर के वैज्ञानिक इस खोज में लगे हैं कि कोविड-19 का वायरस इंसानों तक किस जीव के जरिए पहुंचा। इसी बीच भारत के वैज्ञानिकों ने देश के 4 राज्यों में चमगादड़ों के नमूनों में बैट कोरोना वायरस (बीटी सीओवी) होने की पुष्टि की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कोरोना वायरस कोविड-19 बीमारी के कोरोना वायरस सार्स सीओवी2 से मिलता जुलता हो सकता है। अध्ययन में चमगादड़ों की दो प्रजातियों पर खुलासा हुआ है।
दोनों प्रजाति के 586 में से 25 चमगादड़ संक्रमित मिले। हालांकि वह दुनिया में अभी फैला नोबल कोरोना वायरस नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का कहना है, की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) लैब में तीन साल से चमगादड़ों पर अध्ययन चल रहा था। इसी बीच, वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर भी चमगादड़ों के नमूनों की जांच शुरू की। गले व मलाशय सैंपल की जांच में कई चमगादड़ संक्रमित पाई गईं। इनमें से दो की आंत और गुर्दा भी संक्रमित मिले।
ज्ञात हो कि कुछ ही समय पहले केरल में निपाह वायरस भी चमगादड़ों से आया था। इसीलिए नए संक्रमण का पता लगाने के लिए उन राज्यों में लगातार सर्विलांस जरूरी है, जहां चमगादड़ ज्यादा पाए जाते हैं। इस शोध में वैज्ञानिकों ने भारत के 10 राज्यों में मौजूद दो प्रजाति की चमगादड़ के सैम्पल लिए थे। इनमें पिटरोपस एवं रोसेट्स प्रजाति के चमगादड़ों के नमूने लिए गए। वैज्ञानिकों ने पाया कि भारत में 10 राज्यों में से 4 राज्यों के चमगादड़ों में बैट कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
इन राज्यों में मिला वायरस –
केरल, हिमाचल और तमिलनाडु और पॉन्डिचेरी में चमगादड़ से लिए गए नमूनों में बैट कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि हुई है। 10 राज्यों में चमगादड़ की दो प्रजातियों के सैम्पल लेकर कोरोना की पीसीआर जांच की गई थी। इनमें छह राज्यों में सैम्पल निगेटिव आये हैं। इनमें कर्नाटक, चंडीगढ़, उड़ीसा, पंजाब , गुजरात, तेलंगाना में चमगादड़ में बैट कोरोना वायरस नहीं मिला।
पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी की निदेशक डॉ. प्रिया अब्राहम के अनुसार हमारे अध्ययन में शामिल चमगादड़ों में से कुछ में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि यह इंसानों तक कैसे पहुंचा? इस पर फिलहाल एक विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।