लॉकडाउन के बाद ट्रेन में सफर नहीं होगा आसान, इन नियमों का पालन करने पर ही आप जा सकते हैं

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नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 – 15 अप्रैल के बाद देश में लॉकडाउन रहेगा या नहीं, यह अभी तक तय नहीं है, मगर रेल मंत्रालय ने 15 अप्रैल से संभावित ट्रेन परिचालन के मद्दनेजर कोरोना वायरस संबंधी प्रोटोकॉल तैयार किए हैं।  प्रोटोकॉल के तहत रेल यात्री को एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्रेन छूटने से 4 घंटे पहले स्टेशन आना होगा। इससे स्टेशन पर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सके। स्टेशन पर केवल आरक्षित टिकट वाले यात्री को प्रवेश करने की अनुमति होगी। इस दौरान प्लेटफार्म टिकट की भी नहीं बिक्री नहीं होगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार, उत्तर भारत में 307 ट्रेन चलाने की योजना है। इसमें से एडवांस बुकिंग के चलते 133 ट्रेन में सीटे हाउसफुल होने के कारण लंबी वेटिंग चल रही हैं। वेटिंग टिकट को रद किया जाएगा।

मास्क और दस्ताना दिया जाएगा : स्टेशन पर प्रवेश के दौरान रेल यात्रियों को मास्क व दस्ताने दिया जाएगा। इसके एवज में रेलवे यात्रियों से मामूली शुल्क लिया जाएगा। स्टेशन व ट्रेन में यात्रियों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। कमोबेश रनिंग स्टाफ को भी मास्क व दस्ताने पहनने जरुरी होंगे। कोच के भीतर बाहरी वेंडर का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होगा।
जानें, क्या किया है रेलवे ने बदलाव

– सिर्फ नॉन एसी ट्रेन (स्लीपर श्रेणी) ट्रेनें चलेंगी।  एसी श्रेणी कोच नहीं होंगे।
-यात्रा से 12 घंटे पहले यात्री को सेहत की जानकारी  देना अनिवार्य होगा।
-कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर बीच सफर में  उतार दिया जाएगा।
-यात्री को 100 फीसदी रिफंड वापस दिया जाएगा।
-रेलवे वरिष्ठ नागरिकों सफर नहीं करने का सुझाव भी देगी।
-ट्रेन तक जाने के लिए यात्रियों को विशेष टनल से गुजरना होगा।
-सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा।
-ट्रेन के सभी चारों दरवाजे बंद रहेंगे।
-ट्रेन  नॉन स्टाप  चलेंगी। जरुरत पड़ने पर ही एक अथवा दो स्टेशनों पर रोका जा सकता है।
-ट्रेन की कोच की साइड बर्थ खाली रहेगी, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
-एक केबिन (छह बर्थ मिलाकर एक केबिन) में सिर्फ दो यात्री सफर करेंगे।
-वेटिंग टिकट वाले नहीं चढ़ पाएंगे।

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