नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस से छुटकारा पाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें द्वारा कई अहम कदम उठाये जा रहे है। मौजूदा समय में कोरोना भारत में काफी आगे बढ़ चूका है। इसे तुरंत रोकने की जरुरत है। यहां मरने वालों की संख्या 160 हो गयी है। जबकि कोरोना पॉजिटिव के मामले अब तक 5300 के पार पहुंच गयी है। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर कोरोना को लेकर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) की एक बैठक हई। यह मीटिंग कल हुई। इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए।
सूत्र के मुताबिक, मंत्री समूह का कहना है कि सरकार चाहे 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाया या नहीं, लेकिन शैक्षणिक तथा धार्मिक गतिविधियों पर 15 मई तक रोक लगानी चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले जीओएम ने यह तय किया कि धार्मिक केंद्रों, शापिंग मॉल और शौक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद कम से कम चार सप्ताह तक सामान्य गतिविधि शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। 14 अप्रैल वर्तमान लॉकडाउन की अंतिम तारीख है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि सरकार का सोचना है कि इससे स्कूलों और कालेजों एक तरह से गर्मियों की छुट्टियों को मिलाकर जून के अंत तक बंद रहेंगे। जीओएम ने सिफारिश की है कि सभी धार्मिक संगठनों को कोरोना वायरस को रोकने के एहतियाती कदम के तहत 15 मई तक गतिविधियां शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। जीओएम का गठन देश में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुझाव देने के लिये किया गया है।
Today the Group of Ministers had an extensive discussion on the prevailing situation post the Lockdown. We shared the appreciation for the Union Cabinet’s decision to reduce the salaries of all MPs for a year and also the suspension of MPLADS funds for 2 years. pic.twitter.com/N8vOy2SCtv
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 7, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में कहा –
जीओएम ने सुझाव दिया कि धार्मिक केंद्रों, मॉल सहित लोगों की अधिक उपस्थिति वाले सार्वजनिक स्थलों की ड्रोन से निगरानी की जाए। यह भी कहा गया कि इन स्थलों को निकट भविष्य में सामान्य कामकाज शुरू करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। गौरतलब है कि पिछले महीने निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात की बैठक में काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे और इनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए।