हिरासत में ही हैं महबूबा मुफ्ती, लेकिन  सरकारी आवास में किया गया  शिफ्ट 

-मुख्यमंत्री रहते जिस बंगले में रहतीं थीं, वही उनके लिए बना जेल 

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श्रीनगर.एन पी न्यूज 24 – जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को  मंगलवार को यहां उच्च सुरक्षा वाले गुप्कर रोड स्थित उनके सरकारी आवास में स्थानांतरित कर दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उनकी हिरासत जारी रहेगी। बता दें कि संसद द्वारा पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेकर उसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने के बाद से महबूबा और अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों व घाटी के प्रमुख नेताओं को हिरासत में रखा गया था। उनमें महबूबा मुफ्ती भी शामिल थीं। पहले उन्हें नजरबंद किया गया था और बाद में कड़े सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। शुरुआत में श्रीनगर के हरि निवास गेस्टहाउस में रखा गया, बाद में चश्मा शाही इलाके में एक पर्यटन विभाग के हट में स्थानांतरित कर दिया गया था। वहां से पुन: उन्हें श्रीनगर के ट्रांसपोर्ट यार्ड लेन में एक सरकारी क्वार्टर में स्थानांतरित कर दिया गया।

उम्मीद तो यह थी : बता दें कि महबूबा मुफ्ती के साथ पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को भी प्रशासन ने मार्च महीने के दौरान ही रिहा कर दिया था। उनकी रिहाई के बाद सभी को यह उम्मीद थी कि महबूबा मुफ्ती को भी पीएसए से जल्द मुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तजा ने इस पर केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया था भारत में लगातार कोरोना बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अपनी मां की रिहाई के लिए प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार से आग्रह किया था। इसके साथ ही उन्होंने इस संदर्भ में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल जीसी मुर्मू को भी पत्र लिखा था। जिसके बाद 2 दिन पहले ही नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी एक बार फिर महबूबा मुफ्ती की रिहाई की मांग की थी।

पीएसए से अभी नहीं मिली मुक्ति : इन सभी मांगों के बाद केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन कावरा ने एक आदेश जारी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को ट्रांसपोर्ट लेन मौलाना आजाद से गुप्ता मार्ग स्थित फेयर व्यू में स्थानांतरित करने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में उन्होंने कहीं भी उन्हें पीएसए से मुक्त करने की बात नहीं कही है, उसमें सिर्फ उन्हें कैद रखने के स्थान को बदलने का जिक्र किया गया है।

फेयर व्यू बना पूरक जेल : दरअसल महबूबा मुफ्ती जब जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थी तो उन्हें सरकारी निवास के तौर पर यही बंगला दिया गया था। गृह विभाग के निर्देशानुसार फेयर व्यू को फिलहाल पूरक जेल घोषित कर दिया गया है, इसमें कोई भी बाहरी व्यक्ति नहीं आ सकता और ना ही इनसे मिल सकता है।

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