नई दिल्ली.एन पी न्यूज 24 – कोरोना ने दुनिया में हाहाकार मचा रखा है। कई देशों में लॉकडाउन चल रहा है। दुनिया घरों में दुबकी है। इस सबके बीच दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। ताजा जानकारी के अनुसार, वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन ने उस स्तर की ताकत हासिल कर ली है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को पूरी मजबूती के साथ रोका जा सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सवर्ग के वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि बाकी देशों की तुलना में बहुत जल्द कोविड-19 कोरोना की वैक्सीन विकसित कर चुके हैं। इस यूनिवर्सिटी ने जो वैक्सीन बनाई है, उसके लिए इन लोगों ने सार्स (SARS) और मर्स ( MERS) को कोरोना वायरस को आधार बनाया था। पिट्सबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर आंद्रिया गमबोट्टो ने बताया कि ये दोनों सार्स और मर्स के वायरस नए वाले कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से बहुत हद तक मिलते हैं।
इससे हमें यह सिखने को मिलते हैं कि इन तीनों के स्पाइक प्रोटीन ( वायरस की बाहरी परत) को भेदना बहुत जरूरी है ताकि इंसानों के इस वायरस से मुक्ति मिल सकें। प्रोफेसर आंद्रिया गमबोट्टो ने बताया कि हमने यह पता कर लिया है कि इस वायरस को कैसे मारना है। हमने अपने वैक्सीन को चूहे पर आजमा कर देखा है। इसके परिणाम बेहद पॉजिटिव आए हैं। इस वैक्सीन का नाम पिटगोवैक रखा गया है। इस वैक्सीन की असर के वजह से चूहे के शरीर में एंटीबॉडिज पैदा हो गए हैं, जो कोरोना को रोकने में कारगर हैं।