सरकार ने किसानों के लिए लांच किया नया पोर्टल, उद्देश्य-अब बाजार नहीं, सीधा व्यापार

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  नई दिल्ली. एन पी न्यूज 24 – किसानों के लिए अच्छी खबर। सरकार ने उनकी दिल की बात सुन ली है। कोरोना वायरस के खतरे के बीच थोक बाजारों में भीड़ -भाड़ कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। यह सुविधा है-  इलेक्ट्रॉनिक कृषि बाजार मंच (ई-नाम)। सरकार का मालना है कि इससे किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गोदामों के साथ-साथ संग्रह केंद्रों से भी सीधा व्यापार हो सकेगा।

प्रोग्राम लांच : केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) प्लेटफ़ॉर्म की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए तीन उपयोगकर्ता के अनुकूल  सॉफ्टवेयर प्रोग्राम लॉन्च करते हुए कहा कि ई-नाम के नये फीचर्स  कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम है। ई-नाम सॉफ्टवेयर में पहला, वेयरहाउस-आधारित ट्रेडिंग मॉड्यूल ई-एनडब्ल्यूआर (इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी लेने देन योग्य भंडारगृह की रसीद) गोदामों से व्यापार की सुविधा प्रदान करेगा। दूसरा ई-नाम में एफपीओ ट्रेडिंग मॉड्यूल है, जहां एफपीओ अपनी उपज को एपीएमसी में लाए बिना अपने संग्रह केंद्र से ही अपनी उपज का व्यापार कर सकते हैं।

मंत्रीजी ने याद दिलाया : इस दौरान श्री तोमर ने याद दिलाया कि ई-नाम को 14 अप्रैल 2016 को पूरे भारत के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड पोर्टल के रूप में शुरू किया गया था, जिसमें राज्यों के एपीएमसी को जोड़ा गया था। पहले से ही 16 राज्यों में 585 मंडियां और दो केंद्र शासित प्रदेश ई-नाम पोर्टल पर परस्पर जोड़े गए हैं। अतिरिक्त 415 मंडियों को कवर करने के लिए जल्द ही ई-नाम का विस्तार किया जाएगा। इससे ई-नाम मंडियों की कुल संख्या 1,000 हो जाएगी।

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