खुद को स्वस्थ समझने की गलती न करें, छोटी सी भूल की ही पूरी दुनिया को बड़ी सजा मिल रही है

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 नई दिल्ली. – एन पी न्यूज 24 – अगर आपको जुकाम या बुखार है, सांस लेने में परेशानी है तो तुरंत जांच करानी चाहिए। फ्लू और कोरोना वायरस के लक्षणों में कोई विशेष अंतर नहीं है। यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। अगर सभी लोग जांच कराएंगे तो कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। यहां इसलिए यह बात कही जा रही है कि आपके ध्यान दिया होगा, लॉकडाउन और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लगातार सलाह के बावजूद  कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, आखिर क्यों?

दरअसल, सर्दी, खांसी को साधारण मानकर जो लोग समझ रहे हैं कि उन्हें कोरोना नहीं, अथवा वो कोरोना संक्रमित नहीं, तो समझिए भूल शुरू हो गई। देश में यह बीमारी भी उन्हीं लोगों के कारण फैसली, जो इसे साधारण समझकर पहले अपने स्तर पर इसकी दवा कराते रहे या फिर  जानकारी छिपाई और यहां-वहां घूमते रहे। सबसे पहले उनके नजदीकी लोग संक्रमित हुए। अगर किसी का इम्यून सिस्टम अच्छा है, उसमें बीमारी के लक्षण देर से नजर आते हैं, लेकिन इस दौरान वह दूसरों को संक्रमित करता रहता है। संपर्क में आए लोगों की जांच कराएं और खुद को क्वारंटाइन में रखें।

मुंह, नाक व आंखों को न छुएं : मास्क सबके लिए आवश्यक नहीं। अगर खांसी-बुखार हो तो मॉस्क पहनना चाहिए। हाथ धोने के लिए साबुन ही बेहतर है। किसी भी साबुन से बीस सेकेंड तक अच्छी तरह से हाथ धोएं। सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे जरूरी है कि अपने मुंह, नाक और आंखों को न छुएं। इससे संक्रमण फैल सकता है।

अफवाहों पर विश्वास न करें : अभी इसकी कोई दवा नहीं बनी है। इसीलिए अफवाहों पर विश्वास न करें और डॉक्टर की सलाह के बगैर कोई दवा न लें। खाने में पौष्टिक आहार लें। अपनी प्रतिरोधिक शक्ति को बढ़ाएं। इससे भी संक्रमण की आशंका कम हो सकती है।

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