Coronavirus: BHU की महिला प्रोफेसर ने तीन स्टूडेंट्स संग खोजी निकाली COVID-19 जांच की ‘प्रभावी व सरल’ तकनीक
वाराणसी: – एन पी न्यूज 24 – दुनिया के कई देशों में कोरोना के कारण मौत का भयानक मंजर देखा जा रहा है. भारत में भी तेजी से इसका प्रसार हो रहा है. इसलिए बड़े स्तर पर इसकी जांच जरूरी हो गई है. ऐसे में बीएचयू की महिला प्रोफेसर्स की एक टीम ने एक ऐसा कारगर किट तैयार किया है, जिससे घण्टों जांच का काम अब सिर्फ 1 घंटे में संभव हो गया है. साथ ही इसमें रिस्क भी बेहद कम है. यही नहीं यह तकनीक अपेक्षाकृत काफी सस्ती भी है.
महिलाओं की इस टीम ने महज 1 महीने में कोरोना वायरस की सटीक जानकारी हासिल करने की तकनीक खोज ली है और इसके पेटेंट की प्रकिया भी फ़ाइल कर दी है.
बीएचयू की डॉ. गीता राय, एसोसिएट प्रोफेसर और उनकी टीम सुश्री डोली दास, खुशबू प्रिया और हीरल ठक्कर, डिपार्टमेंट ऑफ मॉलिकुलर एंड ह्यूमन जेनेटिक्स, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा यह सफलता हासिल की गई है.
डॉ. गीता राय का दावा है कि यह परिक्षण तकनीक 100% सही जानकारी देगी और यह एक नई तरह की RT PCR आधारित नैदानिक परीक्षण तकनीक है, जिससे घंटे भर में जांच मिल जाएगी. यही नहीं छोटे-छोटे लैब में इस तकनीक के जरिए जांच की जा सकती है.
कम शब्दों में कहा जाए तो यह तकनीक ऐसे अनोखे प्रोटीन सिक्वेंस को टारगेट करती है जो सिर्फ COVID-19 में मौजूद है तथा किसी और वायरल स्ट्रेन में उपस्थित नहीं है.
भारतीय पेटेंट कार्यालय ने भी इसके पूर्व निरीक्षण में यह पाया है कि देश में इस सिद्धांत पर RT-PCR आधारित कोई किट नहीं है जो कि इस प्रकार के प्रोटीन सिक्वेंस को टारगेट करता हो.
किट को बाजार में उतारने के लिए इंडस्ट्री पार्टनर की जरूरत
टीम का कहना है कि इस तकनीक को वैलिडेट और पूर्ण रूप से डेवलप करने के लिए सम्बंधित इंडस्ट्री के सहयोग की जरूरत है, ताकि इंडस्ट्री जल्द से जल्द किट बनाकर इसे मार्केट में उपलब्ध करा सके. साथ ही यदि सरकार भी इस तकनीक को लेकर जल्द कोई फैसला करे तो इससे कोरोना संक्रमितों की जल्द जाँच कर, उनकी जान बचाई जा सकेगी.