कोरोना का विक्राल रूप!, बूढ़े-बुजुर्ग के साथ-साथ यंग, हेल्दी और फिट लोगों को भी बना रहे है अपना शिकार, कइयों की गयी जान
नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस से अब तक बूढ़े-बुजुर्गों को ज्यादा खतरा माना जा रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना से मरने वालों का औसतन आयु 70 से 80 माना जा रहा था। लेकिन, अब कोरोना विक्राल रूप धारण करता जा रहा है। बूढ़े-बुजुर्गों के साथ-साथ यंग, हेल्दी और फिट लोगों को भी आप कोरोना अपना शिकार बना रहा है। कुछ जानकारों का कहना है कि जब ये कहा गया कि कोरोना से बुजुर्गों को अधिक खतरा है तो नौजवानों से इसे गलत तरीके से समझा। कई देशों में नौजवानों ने पाबंदियों को नहीं माना और वे पार्टी करते रहे।
इसकी वजह से भी कोरोना का संक्रमण फैलने में मदद मिली। लेकिन, अब कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें स्वस्थ नौजवानों की भी कोरोना से मौत हो गई। हालांकि ये सच है की कोरोना की वजह मरने वालों की ज्यादा संख्या उम्र दराज लोगों की ही है। लेकिन अब अलग-अलग केस सामने आ रही है। जिसमें नौजवानों के भी मौत हो रही। बता दें कि उत्तरी लंदन में रहने वाले एडम हार्किन्स बिल्कुल फिट थे। उनकी उम्र महज 28 साल थी, लेकिन अब उनका नाम कोरोना से जान गंवाने वाले सबसे कम उम्र के लोगों में शामिल हो गया है।
वहीं, भारतीय मूल की पूजा शर्मा बर्मिंघम में रहती थीं। 33 साल की पूजा की मौत भी कोरोना से हो गई है। एक दिन पहले ही उनके पिता सुधीर शर्मा की भी मौत कोरोना से हो गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोज ए गेब्रियेसुस ने भी पिछले हफ्ते कहा है कि महामारी में नौजवान और स्वस्थ लोग अपराजेय नहीं रहेंगे। बुजुर्ग सबसे अधिक पीड़ित होंगे, लेकिन नौजवानों को कोरोना नहीं छोड़ेगा।
अमेरिका से आया हैरान करने वाला आकड़ा –
एक आंकड़े के मुताबिक, अमेरिका में हॉस्पिटल में भर्ती किए गए 500 मरीजों में 20 फीसदी यानी कि करीब 100 लोग, 20 से 44 साल की उम्र के थे। कोरोना को लेकर आईसीयू में भर्ती होने वाले हर 10 में से एक व्यक्ति भी नौजवान होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें 20 से लेकर 39 साल तक के लोग भी अपनी जान गवा रहे है।