नई दिल्ली, 28 मार्च :एन पी न्यूज 24 – दुनिया भर में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस की दवा और वैक्सीन बनाने में वैज्ञानिक और डॉक्टर दिन रात जुटे है. इस बीच बेंगलुरु के एक डॉक्टर ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए लिए एक खास मिश्रण बनाने का दावा किया है। उनका दावा है कि इसके जरिये मरीजों को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने सरकार से परमिशन मांगी है।
ऐसे काम करता है मिश्रण
इस मिश्रण को बनाने वाले डॉ. विशाल राव का कहना है कि मानव शरीर की कोशिकाएं खास तरह के इंटरफेरॉन नामक केमिकल का शरीर में रिसाव करती है। यह केमिकल शरीर में वायरस को मारता है। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान शरीर में यह केमिकल कोशिकाओं दवारा रिसाव बंद कर देता है। कुछ रिसर्च से पता चला है कि इंटरफेरॉन कोरोना पर प्रभावी होता है।
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सरकार के पास किया निवेदन
डॉ. विशाल राव के अनुसार उनकी टीम ने साइटोकाइंस का मिश्रण बनाया है। इस मिश्रण को मरीज के शरीर में इंजेक्शन के जरिये डालने से उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दोबारा बढ़ाया जा सकता है। इस सप्ताह तक इसका पहला सेट तैयार किया जाएगा। उनकी ओर से सरकार के पास उसकी समीक्षा के लिए निवेदन भेजा गया है।
सिर्फ कोरोना के मरीजों का हो सकता है इलाज
डॉक्टर विशाल ने कहा है कि यह कोई दवा या वैक्सीन नहीं है। इसलिए इसका इस्तेमाल कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए टीके के तौर पर नहीं किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज जा सकता है।