नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – देश ने पहली बार यह नजारा देखा। कम से कम नई पीढ़ी के लिए तो यह एकदम अलग। कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से की गई जनता कर्फ्यू की अपील का असर ऐसा पड़ा कि लोग स्वत: स्फूर्त हो गए। सड़कें सूनी नजर आईं। दुनिया भर में इस प्रयास की वाहवाही हो रही है। कई मुल्कों का तो यह भी कहना है कि काश, हम भी होते ऐसे सावधान। बहरहाल, लोगों ने शनिवार को ही अपने घरों की बालकनियों, खिड़कियों और दरवाजों पर आकर तालियां और थालियां बजाईं, तो ऐसा लगा वास्तव में विभिन्नताओं वाले देश में एकता है। ऐसा नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद और लखनऊ में देखने को मिला. ज्यादातर सोसायटियों में रहने वाले लोगों ने ऐसा किया और इस दौरान इमरजेंसी सर्विसेज के चलते ऐसे माहौल में काम करने वाले लोगों का आभार जताया। पीएम मोदी ने कहा था कि इस रविवार यानि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करना होगा। पीएम ने कहा, ‘रविवार को शाम पांच बजे सभी लोगों को अपने घरों से सायरन बजाकर सेवा करने वाले लोगों को धन्यवाद देना चाहिए।
22 मार्च रहेगा ‘जनता कर्फ्यू’ : पीएम मोदी ने कहा, ’22 मार्च को रविवार को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक लोग जनता कर्फ्यू का पालन करें और अपने घरों से बाहर नहीं निकलें।
थम गया महाराष्ट्र भी : जनता कर्फ्यू के दौरान महाराष्ट्र थम सा गया है। मुंबई के स्टेशनों पर सन्नाटा पसरा है यहां सिर्फ खाली चल रही लोकल ट्रेनों की और अनाउंसमेंट की आवाज आ रही है लेकिन यात्री एक भी नहीं दिखाई दे रहा है। इन ट्रेनों में फिहहाल सफाई कर्मी और पुलिस बल ही यात्रा कर रहे हैं आम लोगों को स्टेशन पर जाने की अनुमति नहीं है। जोगेश्वरी के लोगों ने सड़कों पर संदेश लिखकर लोगों से जनता कर्फ्यू पालन करने की अपील की। वहीं भारत के दस आधुनिक अजूबों में शामिल बांद्र-वर्ली सी लिंक पर भी इस समय सन्नाटा छाया हुआ है। मुंबई के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में से एक मरीन ड्राइव भी खाली पड़ा है हालांकि सुबह कुछ लोग यहां जॉगिंग करते दिखाई दिए थे। वहीं देश के पहले मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर भी इस समय सन्नाटा छाया हुआ है, पेट्रोलिंग टीम के अलावा यहां कोई नजर नहीं आ रहा है।
Leave a Reply