सुकमा: एन पी न्यूज 24- मार्च के आस-पास ही नक्सली गतिविधियां अक्सर बढ़ जाती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने जंगल में जाकर ऑपरेशन करने का फ़ैसला किया, मगर उल्टा पड़ गया। सुकमा के कोरजागुड़ा के जंगलों में जवानों का नक्सलियों से सामना हुआ। यहां बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी पहले से थी। दोनों ओर से बहुत देर तक फ़ायरिंग चली। जिस जगह मुठभेड़ हुई वहां घना जंगल है। जवानों को सुरक्षा देने के लिए कोई बैकअप पार्टी तब तक नहीं निकली थी। कई घंटों तक पुलिस ने नक्सलियों का सामना किया। डीजीपी डीएम अवस्थी का दावा है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली भी मारे गए हैं, जबकि छत्तीसगढ़ पुलिस के 17 जवान शहीद हुए हैं और 14 घायल हैं।
शनिवार सुबह यानी शनिवार को नक्सलियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की सूचना पर DRG और STF का एक दल सुकमा जिले के मिनपा इलाके में सर्चिंग पर निकला हुआ था। इस दल का निशाना बटालियन नंबर 1 था, जो छत्तीसगढ़ में सबसे ज़्यादा ख़तरनाक बटालियन है। बस्तर के इतिहास में पहली बार DRG यानि कि डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड के जवानों का इतना बड़ा नुकसान हुआ है। शहीद 17 जवानों में से 12 जवान DRG के हैं। DRG स्थानीय युवकों द्वारा बनाया गया सुरक्षा बलों का एक दल है जो कि नक्सलियों के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी रहा है। अब तक नक्सलियों के ख़िलाफ़ छत्तीसगढ़ में सबसे ज़्यादा सफलता इन्हीं जवानों को मिली है।