निर्भया के दोषी आख़िरी वक़्त तक कोर्ट से लगाए बैठे थे उम्मीद, रात 2 बजे मंगवाए थे लड्डू और नूडल्स…  

0

नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – आखिकार 7 साल बाद निर्भया के चारों गुन्हेगारों को कल दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में सुबह 5:30 बजे फांसी दे दी गयी। जिसके बाद निर्भया को इंसाफ मिल गया। कौन भूल सकता है वो 16 दिसंबर 2012 की तारीख जब दोषी  मुकेश, विनय, अक्षय, पवन, राम सिंह और एक नाबालिग ने निर्भया के साथ बर्बरता से गैंगरेप किया था। इस वारदात ने पुरे देश को शर्मसार कर दिया था। सड़क से लेकर संसद तक इसकी आवाज उठी और कल आखिकार निर्भया को इंसाफ मिल ही गया।

तिहाड़ जेल सूत्र के मुताबिक, फांसी के दौरान दोषी विनय काफी रो रहा था। इसके अलावा 15 गार्ड की टीम दोषियों पर नज़र रखे हुए थी और सुबह 5.30 बजे फांसी लगने से थोड़ा पहले तक उनके हर सवाल का जवाब दे रही थी। जेल कर्मचारी ने बताया कि ‘वे उम्मीद कर रहे थे कि उनकी फांसी रोक दी जाएगी और वो लगातार पूछ रहे थे कि क्या कोर्ट से कोई आदेश आया।’ जिससे पता चलता है कि दोषियों को आखिरी तक कोर्ट से उम्मीद थी। जेल नंबर 3 में चारों दोषियों के आगे शुक्रवार सुबह पौने पांच बजे डीएम (पश्चिम) ने डेथ वॉरंट पढ़ा।

रात 2 बजे मंगवाए थे लड्डू और नूडल्स –
एक जेल कर्मचारी के मुताबिक, ‘गुरुवार को उन्होंने आख़िरी बार खाना खाया था। खाने में उन्होंने दाल, रोटी, सब्ज़ी और चावल लिया था। उन्होंने कोई ख़ास खाना नहीं मांगा था. सभी ने दोपहर का खाना खाया था लेकिन अक्षय और पवन ने रात का खाना नहीं खाया। अक्षय ने चाय पी थी। रात 2 बजे मुकेश, अक्षय और विनय ने लड्डू और नूडल्स की मांग की जो जेल प्रशासन ने उन्हें उपलब्ध कराया। वे न नहाए और न ही उन्होंने प्रार्थना की।’

Leave A Reply

Your email address will not be published.