कोरोना से सोना फीका, चांदी की चमक भी गायब

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नई दिल्ली, एन पी न्यूज 24- सोने की कीमतों में गुरुवार को भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। दरअसल, कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में हलचल मची है, जिसका असर सोने की कीमत पर भी पड़ रहा है। स्थानीय मांग भी घटती जा रही है। लोग सोने-चांदी की खरीदारी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में डिमांड कम होने की वजह से कीमत में गिरावट दर्ज की जा रही है।

2 महीनों में 15,000 रुपए टूटी चांदी
सोने के साथ- साथ चांदी की कीमत में भी गिरावट जारी है। चांदी को बेस इकोनॉमी भी माना जाता है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते औद्योगिक सेक्टर में चांदी की खपत कम हुई है। डिमांड और खपत कम होने के कारण चांदी की कीमत में गिरावट आई है।  सोमवार को कारोबार के पहले दिन चांदी में 16% की गिरावट आई जो कि एमसीएक्स के इतिहास में चांदी में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट के तौर पर दर्ज की गई थी।

ऐसी रही स्थिति
एमसीएक्स एक्सचेंज पर गुरुवार सुबह तीन अप्रैल 2020 के सोने का वायदा भाव 663 रुपये की गिरावट के साथ 39,060 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड करता दिखा। इसके अलावा पांच जून 2020 के सोने की वायदा कीमत एमसीएक्स पर गुरुवार सुबह 673 रुपये की गिरावट के साथ 39,230 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रही थी। वैश्विक स्तर पर भी गुरुवार सुबह सोने की कीमत में अच्छी-खासी गिरावट देखने को मिल रही है।  गुरुवार सुबह सोने का हाजिर भाव 0.98 फीसद या 14.50 डॉलर की गिरावट के साथ 1471.55 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, वैश्विक स्तर पर चांदी का हाजिर भाव इस समय 0.13 फीसद या 0.02 डॉलर की तेजी के साथ 12 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, चांदी की वायदा कीमतों में गुरुवार सुबह उतार-चढ़ाव देखा गया। क्रूड ऑयल की बात करें, तो इसमें गुरुवार को बढ़त देखने को मिल रही है। 19 मार्च 2020 का क्रूड ऑयल का वायदा भाव एमसीएक्स पर गुरुवार सुबह 2.96 फीसद या 48 रुपये की तेजी के साथ 1667 रुपये प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था।

क्या निवेश का है सही मौका?
बाजार एक्पर्ट्स की मानें तो कोरोना वायरस के प्रकोप के कम होते ही जब इकोनॉमी पटरी पर आने लगेगी तो चांदी की डिमांड बढ़ेगी और कीमत में सुधार आएगा। ऐसे में चांदी में निवेश का ये मौका सही है। वहीं अगर सोने की बात करें तो वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के साथ-साथ कोरोना वायरस के कारण सोने में सुस्ती रही है। अगले कुछ दिनों में सोने में अभी 1000-1500 रुपए तक की गिरावट आ सकती है, लेकिन शादियों के सीजन में घरेलू डिमांड बढ़ने से इसकी कीमत में सुधार आएगा। ऐसे में अगर आप निवेश के उद्देश्य से सोने में निवेश कर सकते हैं।

क्यों खींचता है सोना
दरअसल, ‘सोना’ दुनिया की सबसे कीमती धातुओं में से एक है। भले ही इसका अब मुद्रा के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है, लेकिन फिर भी यह धातु कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दीर्घकालिक निवेश विकल्प के रूप में सोना काफी लोकप्रिय है और इसे निवेश पोर्टफोलियो में एक अतिरिक्त विकल्प माना जाता है। एक अन्य कारण इसकी उच्च तरलता है। इसके अलावा, यह मुद्रास्फीति और अन्य बाजार जोखिमों को मात देने के लिनिवेश विकल्प के रूप में सोना उस समय काफी लाभदायक हो सकता है, खासकर जब अन्य निवेश विकल्प विफल हो जाते हैं। सोने के निवेश उत्पाद में अलग-अलग जोखिम और रिटर्न-प्रोफाइल, तरलता विशेषता और शुल्क होते हैं।

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