नई दिल्ली/भोपाल, 18 मार्च –एन पी न्यूज 24 –बुधवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में बहुमत परिक्षण को लेकर हुई सुनवाई के दौरान कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि भाजपा नेताओ दवारा विधानसभा अध्यक्ष को सौपे गए बागी विधायकों के त्यागपत्रों के मामले की जांच की जरुरत है। साथ ही रिक्त विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने तक शक्ति परिक्षण स्थगित करने की मांग की गई.
कांग्रेस ने कोर्ट के समक्ष आरोप लगाया है कि उनके बागी विधायकों को बलपूर्वक और डरा धमका कर इस्तीफा अपने साथ लेकर गए है। कांग्रेस ने आरोप लगाया की होली के दिन भाजपा नेता अध्यक्ष के घर गए थे और उन्हें बागी 19 विधायकों के इस्तीफे सौपे।
वही भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने उप चुनाव तक शक्ति परिक्षण की कांग्रेस की मांग का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है इसलिए उन्हें एक दिन भी सीएम की कुर्सी पर नहीं रहना चाहिए। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी व्हाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हेमंत गुप्ता की पीठ ने सुनवाई की।
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9 विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की
कोर्ट ने मुख्यमंत्री कमलनाथ, विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति और विधानसभा के प्रधान सचिव को नोटिस जारी करते हुए मामले की सुनवाई बुधवार को करने की बात कही थी। सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित किये जाने के तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान और सदन के प्रतिपक्ष नेता और भाजपा के मुख्य सचेतक समेत 9 विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिक दायर की थी।
राज्यपाल ने 16 मार्च को सदन में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था.