पुणे : एन पी न्यूज 24 – कोरेगांव भीमा दंगा की जांच के लिए नियुक्त आयोग ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को आयोग के सामने पेश होने के लिए नोटिस भेजा है। पूछताछ आयोग ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पिछले कुछ दिनों से गवाहों की पंजीकृत करने का काम बंद कर दिया है। अब 30 मार्च से मुंबई कार्यालय में यह काम फिर से शुरू किया जाएगा। आयोग ने मंगलवार को पंजीकृत होने वाले गवाहों की एक सूची की घोषणा की है।
इसी पर शरद पवार को 7 अप्रैल को गवाही के लिए बुलाया गया है। नोटिस में कहा गया है कि इसे किसी भी परिस्थिति में नहीं बदला जाएगा और न ही इसे आगे की तारीख दी जाएगी। बता दें कि विश्रम बाग पुलिस स्टेशन ने कोरेगांव भीमा दंगों के सिलसिले में पुणे में हुए एल्गर सम्मेलन के दौरान दी गयी एक भाषण के बाद अपराध दर्ज किया था। प्रतिबंधित माओवादी संगठनों से संबंधित अपराध के सिलसिले में कई शहरी नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इसके विपरीत, शरद पवार ने एक जांच की मांग की, केंद्र सरकार ने एनआईए के साथ एल्गर परिषद अपराध को वर्गीकृत किया है।
इस पर राज्य में बड़ी राजनीति भी हुई है। अगर आयोग के सामने शरद पवार के विरोध यह जांच पाया गया तो उस पर शरद पवार क्या बोलते है उस पर सबकी नजर रहेगी।