पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोगोई का बयान पहली बार आया सामने
कहा-शपथ लेने दीजिए, फिर बताउंगा-क्यों बना राज्यसभा का सदस्य
नई दिल्ली..एन पी न्यूज 24 – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राज्यसभा सदस्य के लिए नामित होने के बाद पहली बार पूर्व CJI रंजन गोगोई का बयान सामने आया है। अपने बयान में उन्होंने साफ किया कि वो राज्यसभा की सदस्यता स्वीकार कर रहे हैं। बता दें कि पूर्व CJI रंजन गोगोई का नाम राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद राजनीतिक गलियारे में उथल-पुथल मच गई है। उन्होंने कहा कि ‘मैं संभवतः कल (बुधवार को) दिल्ली जाऊंगा… मुझे शपथ ग्रहण करने दीजिए, फिर विस्तार से मीडिया को बताऊंगा कि मैंने राज्यसभा की सदस्यता क्यों स्वीकार की’.
गृह मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के खंड (तीन) के साथ पठित खंड (एक) के उपखंड (क) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए राष्ट्रपति, एक मनोनीत सदस्य की सेवानिवृत्ति के कारण हुई रिक्ति को भरने के लिए रंजन गोगोई को राज्यसभा का सदस्य मनोनीत करते हैं।’न्यायमूर्ति गोगोई देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश रहे। उन्होंने देश के प्रधान न्यायाधीश का पद तीन अक्टूबर 2018 से 17 नंवबर 2019 तक संभाला। गोगोई को राज्यसभा भेजे जाने पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस नेता शशि थरूर, बीजेपी के पूर्व नेता यसवंत सिन्हा सरीखे नेताओं ने सवाल उठाए हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि देश में पहले भी चीफ जस्टिस के पद से रिटायर जजों को राज्यसभा भेजा जाता रहा है। इससे पहले मुहम्मद हिदायतुल्लाह और रंगनाथ मिश्रा भी चीफ जस्टिस के पद से रिटायर होने के बाद राज्यसभा के लिए मनोनीत हो चुके हैं। पूर्व CJI रंजन गोगोई 17 नवंबर 2019 को उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के पद से रिटायर हुए थे. रिटायर होने से पहले उन्हीं की अध्यक्षता में बनी पीठ ने अयोध्या मामले तथा कुछ अन्य महत्वपूर्ण मामलों में फैसला सुनाया था।
रणदीप सुरजेवाला ने गोगोई का नाम लिए बगैर ट्वीट किया है, ‘नमो संदेश -: या तो राज्यपाल, चेयरमैन और राज्यसभा। वरना तबादले झेलो या इस्तीफ़े देकर घर जाओ।’
-शशि थरूर ने ट्वीट किया है, ‘जजों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें कोई पद दिए जाने पर पूर्व कनून मंत्री अरुण जेटली और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के पुराने बयान पर गौर किया जा जाना चाहिए।’
-बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने लिखा है, ‘मुझे उम्मीद है कि पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई राज्यसभा सीट की पेशकश को ठुकरा देंगे अन्यथा वह न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएंगे।’
-आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने ट्वीट कर कहा है, ‘यह मत भूलिए कि वह (रंजन गोगोई) वही हैं जिन्होंने कहा था कि ‘लोकतंत्र खतरे में है’ । इनकी नियुक्ति इस बात की भविष्यवाणी करता है। जय हिन्द।’