Coronavirus : बुखार होने पर ‘इन’ दवाइयों का न करें सेवन, बढ़ सकता है खतरा !

- डॉक्टर की सलाह से ही करें दवाओं का सेवन

0

नई दिल्ली. .एन पी न्यूज 24  – सारी दुनिया कोरोना वायरस  की चपेट में आ चुकी है। संक्रमण के शुरुआती लक्षणों में सर्दी, जुकाम जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए डॉक्टर्स, विशेषज्ञ मामूली फ्लू, सर्दी, खांसी में भी डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवा का सेवन करने की बात कर रहे हैं। हालांकि अब भी कई लोग सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए ही दवाओं का सेवन कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉर्टिसोन और इब्युप्रोफिन जैसे एंटी इन्फ्लामेंट्री ड्रग्स का सेवन संक्रमण बढ़ा सकता है। हां, अगर कोई व्यक्ति बुखार से पीड़ित है तो वो पैरासिटामोल खा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमण से पीड़ित लोगों में ये दवाइयां शरीर की इम्यूनिटी को कम कर देती है। पैरासिटामोल काफी लाइट मेडिसिन है, इसके अलावा अन्य दवाईयों का सेवन करने से आपकी इम्युनिटी पॉवर और कमजोर हो सकती है।

डर से अगर आप दवाएं खा रहे हैं तो ये सबसे बड़ी भूल साबित हो सकती है। वैसे तो एंटीबॉयोटिक दवाएं रामबाण होती हैं लेकिन कोरोना वायरस का ये इलाज नहीं हैं। दरअसल इलाज से पहले आपको बैक्टीरिया और वायरस के अंतर को समझना होगा क्योंकि कई एंटीबॉयोटिक दवाएं वायरस के इलाज के लिए कारगर नहीं होती। साधारण भाषा में अगर हम आपको समझाएं तो आप इसे ऐसे समझिए कि बैक्टीरिया अच्छे और बुरे दोनों हो सकते हैं, लेकिन वायरस हमेशा बुरे ही होते हैं। वायरस बैक्टीरिया पर हमला भी करते हैं। बैक्टीरियल बीमारियों के इलाज में एंटीबॉयोटिक दवाएं काम आती हैं। दरअसल बैक्टीरिया को पहचान कर ही एंटीबॉयोटिक दवाएं बनाई जाती हैं, लेकिन वायरस की खासियत ये होती है कि उसको पहचानना या पकड़ना आसान नहीं है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.