एक सप्ताह में 4 हजार तक की कमी आई है सोने के दामों में, निवेशकों के लिए यही है सही मौका !


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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी-सस्ती के हिसाब से ही सोने की कीमत तय होती है। इस बीच भारत में कोरोनावायरस को लेकर चिंता बढ़ गयी है। जिसका असर अब सोने की कीमतों में दिखा रहा है। पिछले सप्ताह घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमत में 4 हजार प्रति दस ग्राम तक की कमी आई है। सोने के साथ-साथ शेयर बाजार में भी काफी गिरावट देखने को मिल रही है।

शेयर बाजार में बीते सप्ताह मचे उथल-पुथल के बीच निवेशकों ने अपने मार्जिन कॉल को पूरा करने के लिए सोने की बिकवाली बढ़ा दी जिसके कारण पीली धातु की चमक मलिन पड़ गई और घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव साप्ताहिक आधार पर करीब 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम यानी नौ फीसदी टूटा। सोने के साथ-साथ चांदी में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। जानकारों की मानें तो इस सप्ताह भी महंगी धातुओं पर दबाव बने रहने की संभावना है।  दरअसल कोरोना वायरस के कहर को लेकर बाजार में काफी घबराहट है। इसलिए सुरक्षित माने जाने वाले गोल्ड जैसे एसेट में भी लोग बिकवाली कर मुनाफा बनाने में लग गए हैं, ताकि बाकी जगह से होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके।

जानकारों की मानें तो पिछले सप्ताह शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के बाद निवेशकों ने अपने मार्जिन कॉल को पूरा करने के लिए सोने में बिकवाली की क्योंकि ऐसे समय में सोना ही सबसे आसान साधन होता है जिसे बेचकर नकदी जुटाई जा सकती है। पिछले सप्ताह पहले के आखिरी सत्र में सोने का भाव 44,353 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। घरेलू बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आने से भी सोने पर दबाव आया।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कटौती करने का ले सकता है फैसला –
सोने और चांदी के दाम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है क्योंकि इस सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कटौती करने का फैसला ले सकता है जिससे महंगी धातुओं में मजबूती आएगी।

क्या निवेशकों के लिए यही है सही मौका  –

जानकारों का कहना है कि आपके पोर्टफोलियो में कम से कम 20 फीसदी गोल्ड जरूर होना चाहिए। चाहे वह किसी भी रूप में हो गोल्ड क्वाइन, ईटीएफ या बॉन्ड के रूप में। अगर आपके पोर्टफोलियो में सोना कम है तो आप गिरावट के इस दौर में खरीदारी कर अपने पोर्टफोलियो में इसका अनुपात बढ़ा सकते हैं. लेकिन अगर सोना 44-45 हजार रुपये तक आता है तो आप कुछ गोल्ड बेचकर शेयर खरीद सकते हैं और इस तरह से अपने पोर्टफोलियो को बैलेंस कर सकते हैं। जानकारों के मुताबिक, अभी कुछ महीनों तक सोना 41 से 45 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच टिक सकता है, लेकिन अगले दो साल में यह 55 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच सकता है, यानी दो साल में इसमें 25 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।


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