मध्य प्रदेश, 15 मार्च-एन पी न्यूज 24 – मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा भूचाल आया हुआ है. जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए है कमलनाथ की सरकार खतरे में आ गई है। उनके कई विधायकों ने अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंप कर उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है. इसी बीच राज्य के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को विधानसभा में बहुमत साबित करने के निर्देश दिए है. शनिवार देर रात राजभवन से इस संबंध में एक पत्र जारी कर इसे मुख्यमंत्री कमलनाथ को भेजा गया.
इस पत्र के अनुसार राज्यपाल ने सीएम को कहा कि मध्य प्रदेश की हाल की घटनाओ से उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और यह सरकार अल्पमत में है.
राज्यपाल ने कहा कि ये स्थिति बेहद गंभीर है और सीएम कमलनाथ 16 मार्च को सदन में बहुमत साबित करे. बताया जा रहा है कि कांग्रेस राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।
आधी रात को आई चिट्ठी
राज्यपाल दवारा आधी रात को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि मुझे जानकारी मिली है कि 22 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने इसकी जानकारी दी है.
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मध्य प्रदेश की विधानसभा का सत्र 16 मार्च को उनके अभिभाषण के साथ शुरू होगा। राज्यपाल ने साफ कहा है कि उनके अभिभाषण के बाद सदन में जो एकमात्र काम होगा वह विश्वास मत पर मतदान होगा।
मत विभाजन के आधार पर होगा विश्वास मत
राज्यपाल ने निर्देश दिया है कि विश्वास मत वोट के बंटवारे के आधार पर बटन दबाकर होगा और इस प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग विधानसभा दवारा अलग व्यक्ति से कराई जाएगी।
22 विधायकों ने दिया है इस्तीफा
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 समर्थक विधायक बेंगलुरु में है। इनमे 6 मंत्री भी है. मध्य प्रदेश के कांग्रेस के विधायक इस वक़्त जयपुर में है. ये सभी विधायक आज जयपुर से भोपाल के लिए रवाना होंगे।