राहत भरी खबर…फ्लाइट कैंसलेशन व रिशेड्यूल हो सकता है माफ
सरकार ने भी माना-कोरोना वायरस के चलते विमानन उद्योग को भारी नुकसान
नई दिल्ली. . एन पी न्यूज 24 – केंद्र सरकार ने भी माना है कि कारोना वायरस के चलते देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में भारी कमी हो सकती है। जाहिर है इसका नुकसान विमानन उद्योग को होने वाला है। नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने भी कल लोकसभा में बताया था कि कारोना वायरस के कारण देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है। उन्होंने आने वाले दिनों में भी यात्रियों की संख्या में गिरावट की बात कही। अब नागर विमानन महानिदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण विमानन उद्योग भारी मुश्किलों का सामना कर रहा है। उड़ानें रद और बाधित की जा रही हैं। साथ ही वायरस के प्रकोप को देखते हुए लोग भी अपने टिकट कैंसिल करा रहे हैं। यह उचित होगा कि एयरलाइनें यात्रियों की मदद के लिए कैंसिलेशन या रिशेड्यूल चार्ज को माफ करें और उन्हें इंसेंटिव प्रदान करें। नागर विमानन मंत्रालय ने भी विमानन कंपनियों को कहा है कि वे कोरोना वायरस को लेकर परेशान यात्रियों को बिना शुल्क के टिकट रद करने का विकल्प मुहैया कराएं। इस अपील का असर भी दिखाई देने लगा है। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया समेत तमाम घरेलू विमानन कंपनियों ने यात्रियों को एक अलग सुविधा दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमानन कंपनियों ने यात्रियों को निर्धारित तिथि के बदले किसी और दिन यात्रा करने का विकल्प चुनने की सुविधा दी है। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो मंत्रालय ने विमानन कंपनियों को काफी पहले बिना शुल्क के टिकट रद करने की सुविधा देने को कहा था। अब डीजीसीए ने यात्रियों को कैंसिलेशन चार्ज माफ करने को कहा है।