गांधी को मारने के लिए गोडसे को 500 रुपए में ग्वालियर से मिली थी रिवॉल्वर, दिग्विजय सिंह का ट्वीट

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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24- मध्य प्रदेश में एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी घमासान जारी है। खबरों के मुताबिक, सिंधिया अब से थोड़ी देर बाद बीजेपी में शामिल हो जायेगे। कांग्रेस का हाथ छोड़ने पर सिंधिया  पर अब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है।

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा है कि ‘महात्मा गांधी को मारने के लिए नाथूराम गोडसे ने जिस रिवाॅल्वर का इस्तेमाल किया, उसे ग्वालियर के परचुरे ने उपलब्ध कराया था। दिग्विजय ने ट्वीट में जिन परचुरे का नाम लिया, उनका पूरा नाम डॉ. डीएस परचुरे था। वह ग्वालियर में एक हिंदू संगठन के प्रमुख थे।’ इस ट्वीट में उन्होंने सिंधिया का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका निशाना सिंधिया ही माने जा रहे हैं, क्योंकि वह ग्वालियर राजघराने से ही हैं।

नाथूराम गोडसे को 500 रुपए में मिली थी पिस्टल –
बताया जाता है कि डॉ. परचुरे ने अपने एक परिचित के जरिए पिस्टल का सौदा नाथूराम गोडसे को 500 रुपए में पिस्टल उपलब्ध करवाई थी। इसके बाद उसने स्वर्ण रेखा नदी के किनारे दस दिनों तक फायरिंग की प्रैक्टिस भी की, इसके बाद वो महात्मा गांधी को मारने के लिए दिल्ली रवाना हो गया। उस दौरान सिंधिया रियासत में सिंधिया रियासत में बंदूक या पिस्टल खरीदने के लिए किसी लाइसेंस की जरूरत नहीं होती थी, इसलिए गोडसे ने ग्वालियर को ही चुनाव था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 30 जनवरी 1948 की शाम 5 बजे प्रार्थना सभा के लिए निकले थे, तभी उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह दिल्ली के बिड़ला भवन में शांती सभा के लिए गए थे। गोडसे ने उनके पैर छुए और उनके सीने में तीन गोलियां मार दी थीं।

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