नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24- येस बैंक संकट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ग्राहकों को आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि येस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है, मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। रिजर्व बैंक ने मुझे भरोसा दिलाया है कि येस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा।’ इससे पहले आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि हमने 30 दिनों के लिए यह लिमिट लगाई है। जल्द ही आरबीआई यस बैंक को संकट से निकालने के लिए तेजी से कार्रवाई करेगा।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आपको बैंक को समय देना होगा, प्रबंधन द्वारा उठाए जाने वाले जरूरी कदम को उठाने की कोशिश करनी होगी और उन्होंने कोशिश की। जब हमने पाया कि यह कोशिश काम नहीं कर रहा तो आरबीआई ने हस्तक्षेप किया। आरबीआई ने येस बैंक के ग्राहकों पर महीने में 50,000 रुपए से ज्यादा की निकासी पर रोक लगा दी है। नकदी संकट से जूझ रहे निजी क्षेत्र के येस बैंक पर रोक लगाते हुए उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया है। बैंक के लिए एक प्रशासक की भी नियुक्ति की गई है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। हालांकि इस फैसले के बाद से ही लोगों को एटीएम से पैसे निकालने में परेशानी हो रही है। कई जगह एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं।
इस बीच वित्त मंत्री ने कहा कि अगर किसी को एमरजेंसी है तो वो नियमों के तहत ज्यादा रकम भी निकाल सकते है। नोटिफिकेशन में दी गई जानकारी के मुताबिक, कुछ विशेष परिस्थितियों में अकाउंटहोल्डर्स अपने खाते से 50,000 रुपये से अधिक रकम विड्रॉ कर सकते हैं। जिसमें मेडिकल खर्च, एजुकेशन, शादी या अन्य समारोह के उपलक्ष्य में 50 हजार रुपये से अधिक की निकासी की जा सकती है।