इस घटना को लेकर जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार तीसरा डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया मामले के सभी दोषी आक्रामक हो गए है. शुरुआत के समय से देखे तो उनका व्यवहार आक्रामक हो गया और वह आक्रामक व्यवहार कर रहे है. सामान्य सी बात पर भड़क जाते है. वह पहले की तुलना में काफी कम बात कर रहे है. हम उसके सारे व्यवहार पर पूरा ध्यान रख रहे है. विनय की तरह अन्य दोषी भी खुद को नुकसान नहीं पहुंचाए इसलिए सीसीटीवी फुटेज पर जेल के कर्मचारी नज़र रख रहे है.
डेथ वारंट जारी होने के बाद उनके साथ जेल प्रशासन का व्यवहार बदलने की बात दोषी नहीं करे, इसका ध्यान रखा जा रहा है. इस लिए मौका मिलते ही जेल के अधिकारी दोषियों से बात करते है. जिस सेल में निर्भया के दोषियों को रखा गया है, उसके आसपास का वातावरण सामान्य रखने का प्रयास जेल प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. आक्रामक हुए दोषियों को शांत करने के लिए परामर्श दिया जा रहा है. समय समय पर उन्हें घर वालो से मिलने दिया जा रहा है. जेल प्रशासन को लगता है कि इससे दोषियों की मानसिक स्थिति सामान्य रहेगी। हर दिन इनका मेडिकल जांच किया जाता है. इन दोषियों के सेल के सामने 24 घंटे सुरक्षा रक्षक तैनात रखा गया है.