बड़ी खबर! 2 करोड़ 19 लाख की चोरी की 12 कारों के साथ एक गिरफ्तार, बड़े मामले का पर्दाफाश

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चिंचवड़ : एन पी न्यूज 24 –  लोग पैसे कमाने के लिए न जाने कितने तरह के तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. इनमें कुछ सही होते हैं तो कुछ गलत. एक ऐसे ही मामले का खुलासा हुआ है जिसमें दूसरे राज्यों से कारे चोरी करके उसके मूल रूप में बदलाव करके बेच कर पैसे कमाए जा रहे थे. इस मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.

इंश्योरेंस कंपनी से भंगार कार खरीदकर उसी मॉडल का कार दूसरे राज्यों से चोरी करके लाकर सेम टू सेम कार बनाकर बेचने के बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. इसके लिए आरोपी कार का इंजन नंबर और आरटीओ पासिंग नंबर बदल देता था. इस तरह के अंतरराज्यीय गिरोह के एक आरोपी को पिंपरी-चिंचवड़ क्राइम ब्रांच की यूनिट एक की टीम ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस ने 12 कार, 15 कार का इंजन सहित 2 करोड़ 19 लाख का माल बरामद किया गया है.  इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान चनप्रीत हरविंदपाल सिंह (उम्र 43 वर्ष, नि. रावेत, पुणे) के रूप में की गई है.

पुलिस ने संदेहास्पद गैरेज पर दो दिनों तक नजर बनाए रखी
पुलिस कमिश्नर संदीप बिष्णोई से मिली जानकारी के अनुसार भक्ति-शक्ति चौक से मुकाई चौक के बीच रोड पर एक गैरेज है. इस गैरेज में बड़े पैमाने पर कार का इंजन और दूसरे पार्ट्स है. गैरेज के बाहर दो कार पार्क की हुई रहती है. इन कारों के बारे में बताया गया था कि ये कार चोरी की है. यह जानकारी क्राइम ब्रांच यूनिट एक के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्ट गणेश पाटिल और पुलिसकर्मी सचिन मोरे को मिली. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने संदेहास्पद गैरेज पर दो दिनों तक नजर बनाए रखी. इस बीच पुलिस को गैरेज में होने वाले कामकाज से संदेह हुआ. इसके बाद गैरेज मालिक चनप्रीत को कस्टडी में लेकर गैरेज की तलाशी ली गई.
दूसरे राज्यों से वाहनों को चोरी करके लाते था

गैरेज के सामने पार्क की गई एक इनोवा कार पर महाराष्ट्र का पासिंग नंबर था. उसके इंजन नंबर की जांच की गई तो वह कार पंजाब की निकली. पूछताछ में पता चला कि आरोपी दूसरे राज्यों से वाहनों को चोरी करके लाते था और उसका चेसिस व आरटीओ नंबर बदलकर भारी रकम पर बेच देता था. इस जानकारी के बाद पुलिस ने चनप्रीत को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को 13 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है.

एक साथी के साथ पार्टनरशिप में रावेत में गैरेज है
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका अपने एक साथी के साथ पार्टनरशिप में रावेत में गैरेज है. दोनों मिलकर इंश्योरेंस कंपनी से दुर्घटनाग्रस्त कारें डॉक्यूमेंट्स के साथ खरीद लेते थे. खरीदी गई कार का मॉडेल और रंग का सेम टू सेम कार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य राज्यों से चोरी किया जाता था. चोरी की गई गाड़ियों को दुर्घटनाग्रस्त खरीदी गई गाड़ियों की चेसिस और आरटीओ नंबर लगाकर बदल दिया जाता था और फिर इस कार को बड़ी कीमत पर बेची जाती थी. बताया जा रहा है कि इन कारों को 10 से 18 लाख रुपए तक में बेची जाती थी.

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