पुणे : एन पी न्यूज 24 – ओवर स्पीड के लिए हाइवे पुलिस की हाइवे सेफ्टी पैट्रोल की टीम ने खुद अपने ही विभाग के अधीक्षक की गाड़ी का चालान काट दिये जाने की जानकारी सामने आयी है। हालांकि एचएसपी टीम को नहीं पता था कि गाड़ी में उन्हीं के विभाग के एसपी मिलिंद मोहिते बैठे हैं। असल में मोहिते ने खुद अपने ड्राइवर को ज्यादा रफ्तार से गाड़ी चलाने को कहा था ताकि वे देख सकें कि उनकी टीम कितनी सतर्क है।
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पुणे-बेंगलुरु हाइवे पर बुधवार को हाइवे सेफ्टी पैट्रोल (एचएसपी) की टीम ने महाराष्ट्र सरकार की एक गाड़ी का ओवरस्पीडिंग के लिए चालान कर दिया। टीम ने सरकारी गाड़ी के ड्राइवर को 1000 रुपये का चालान थमा दिया। यह गाड़ी किसी और की नहीं बल्कि खुद एचएसपी के अधीक्षक मिलिंद मोहिते की थी। मोहिते ने चालान काटने वाले कॉन्स्टेबल को 500 रुपये का इनाम दिया। उन्होंने बताया कि मैंने खुद ड्राइवर को तय सीमा से ज्यादा स्पीड पर कार चलाने के लिए कहा था। मैं देखना चाहता था कि टीम ओवर स्पीडिंग और लेन कटिंग जैसे मामलों में कार्रवाई करती है या नहीं?
बता दें कि राज्य सरकार ने एसएचपी टीमों को इंटरसेप्टर वीइकल दिए हैं। इसके अलावा उन्हें स्पीड गन भी दी गई हैं। ये टीमें राज्य के नैशनल और स्टेट हाइवे पर तेज रफ्तार, लापरवाही से गाड़ी चलाने जैसी घटनाओं पर ऐक्शन लेती हैं। मोहिते मंगलवार को पुणे से कोल्हापुर गए थे और बुधवार को वापस पुणे लौट रहे थे। उन्होंने कहा कि, मैं कोल्हापुर स्थित एचएसपी के ऑफिस निरीक्षण के लिए गया था। मैंने ड्राइवर से कहा था कि कराड़ से गुजरते समय रफ्तार बढ़ा लेना। मैं देखना चाहता था कि हाइवे पैट्रोल टीम इंटरसेप्टर वीइकल और स्पीड गन जैसे उपकरणों का प्रयोग कर रही है या नहीं। मंगलवार को अपना निरीक्षण खत्म कर मैं अगले दिन लौट रहा था। जिस कॉन्स्टेबल ने चालान काटा था मैंने उसे 500 रुपये का इनाम दिया। पुलिस को नियमों के उल्लंघन पर सरकारी गाड़ियों का भी चालान करना चाहिए।’