BJP से टूटे रिश्ते पर बोले उद्धव-  मैंने उनसे चांद-तारे तो नहीं मांगे थे…

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मुंबई: समाचार ऑनलाइन- पिछले साल के अंतिम महीनों में महाराष्ट्र की राजनीती में पहली बार कई तरह की उठापटक देखी गई, जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच रखा था. विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी-शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर ठन गई थी. शिवसेना मुख्यमंत्री पद चाहती थी, लेकिन बीजेपी इसके लिए राजी नहीं थी. आख़िरकार दोनों के रास्ते अलग हो गए और शिवसेना ने कांग्रेस और NCP के साथ गठबंधन सरकार बना ली. अब ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने अपने हालिया इन्टरव्यू में एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है.

उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में दिए इंटरव्यू में जब उनसे मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए घमासान और बीजेपी से 25 साल पुराने रिश्ते के टूटने का कारण पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि, क्या मैंने बीजेपी से चांद-तारे मांगे थे? उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे पता नहीं. लेकिन मुझे सिर्फ इतना कहना है कि उन्होंने यदि वादा निभाया होता तो क्या हो जाता. मैंने उनसे ऐसा क्या बड़ा मांगा था? आसमान के चांद-तारे मांगे थे क्या? लोकसभा चुनाव से पहले पदों के बंटवारों को लेकर हमारे बीच जो निर्धारित हुआ था उतना ही मांगा था.”

हम हिंदुत्व पर कायम हैं और रहेंगे’

उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व पर पूछे गए सवाल पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि, “हम हिंदुत्व पर कायम हैं और रहेंगे. उसमें कोई जोड़-तोड़ नहीं है.”

उन्होंने आगे बताया कि, “साल 1947 के उपचुनाव शायद पहले चुनाव होंगे जो शिवसेना ने हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव जीता था. इसके बाद भाजपा हमारे साथ आ गई. यदि वचन तोड़ा जाता होगा तो मैं हिंदुत्व स्वीकार करने को तैयार नहीं.” बता दें कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करने के बाद से शिवसेना पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि पार्टी ने सत्ता के लिए हिंदुत्व का मुद्दा पीछे छोड़ दिया है.

सीएम बनना झटका या सपना?
मुख्यमंत्री का पद को लेकर जब ठाकरे से सवाल किया गया तो उन्होंने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे को दिए वचन की याद दिलाई. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री पद को स्वीकारना न ही मेरे लिए झटका था और न ही मेरा सपना था. मैंने अपने पिता को दिए गए वचन को पूरा किया है. उनके सपने को पूरा करने के लिए मैं कुछ भी करूंगा.

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