छात्र सोशल मीडिया के जरिये कह रहे है कि भारत ने जैसे अपने छात्रों की हिफाजत की और उन्हें निकाला वैसे ही पाकिस्तान सरकार भी हमारी रक्षा करे. पाकिस्तान को इस मुद्दे पर अपने ही घर में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. विपक्ष की कड़ी आलोचना के बाद भी सरकार ने चीन में फंसे पाकिस्तानियों को नहीं निकालने के अपने फैसले पर अडिग है. इस खबर की पुष्टि खुद इमरान खान से हेल्थ सहायक डॉ. जफ़र मिर्ज़ा ने की।उन्होंने बताया कि यह वायरस इंसान से इंसान में फ़ैल रहा है.
इसका मतलब है कि वायरस से प्रभावित व्यक्ति भी वायरस की चपेट में आने के बाद उसका एक स्रोत बन सकता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनिज़शन इसे अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है. एक जिम्मेदार राष्ट्र होने के नाते पाकिस्तान ऐसे कदम उठाना चाहता है जो अधिकतर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. डॉ. जफ़र ने कहा कि हमारा मानना है कि चीन में हमारे नागरिको का रहना हमारे प्रियजनों के हित में हैं. इसलिए हमें अपने नागरिको को नहीं निकालना चाहिए।
Indians are going back to their country as others except Pakistanis. #coronoravirus #CoronavirusOutbreak #PrayForChina pic.twitter.com/mVcY09KisQ
— Nadia Mirza (@nadia_a_mirza) January 31, 2020