जानें क्या है ये खतरनाक ‘कोरोना वायरस’, लक्षण, और बचाव के तरीके

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मुंबई : एन पी न्यूज 24 – कोरोना वायरस चीन से निकलकर धीरे-धीरे अब दुनियाभर में फैलने लगा है। हालांकि भारत के लिए राहत की बात ये है कि अभी तक इस वायरस ने देश में दस्तक नहीं दी है। चारों संदिग्ध सैंपल निगेटिव निकले हैं। चीन में 5 जनवरी को कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। इस वायरस के तेजी से फैलने के कारण भारत सरकार ने दिल्ली, मुंबई और कोलकाता हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले पर्यटकों की एहतियातन थर्मल स्कैनर के जरिए जांच करने के निर्देश दिए थे। इधर डब्ल्यूएचओ ने इस बात की पूरी संभावना व्यक्त की है कि कोरोना वायरस बेहद नजदीकी संपर्क में रहने वाले दो इंसानों में एक से दूसरे में संक्रमित हो सकता है।

कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस को लेकर कई भ्रांतियां भी फैल रही हैं! अगर आप कोरोना वायरस के बारे में जानना चाहते हैं तो डब्ल्यूएचओ ने तेजी से फैल रहे इस वायरस को सी-फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस से से लोग बीमार हो रहे हैं क्योंकि विषाणुओं का एक समूह है जो शरीर को सीधा इफेक्ट कर सकता है! यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी फैल रहा है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है।

कोरोना वायरस के लक्षण –
कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खराश, कभी-कभी सिरदर्द और बुखार शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए यह घातक है। बुजुर्ग और बच्चे इसके आसान शिकार हैं। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं। इस वायरस से मरने वालों की औसत उम्र 73 साल है। मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुई।

बचने के तरीके –
– अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें।
–  खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।
–  जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।
–  मीट और अंडों को अच्छे से पकाएं।
–  जंगल और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं।

इसका इलाज –
इसका अभी तक कोई इलाज नहीं है। न तो कोरोना वायरस ( CoV ) की कोई वैक्सीन बनी है और न ही 2019-nCoV की। इससे बचने का यही तरीका है कि ऐहतियात बरतें। किसी बीमार, झुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।

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