उर्दू व हिंदी विद्यालयों के साथ नाइंसाफी से भड़के विधायक जगताप

मनपा आयुक्त को लगाई फटकार

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पिंपरी : एन पी न्यूज 24 – पिंपरी चिंचवड मनपा के शिक्षा विभाग द्वारा उर्दू व हिंदी माध्यम के प्राथमिक विद्यालयों के साथ नाइंसाफी की जा रही है। इसको लेकर चिंचवड विधानसभा के विधायक लक्ष्मण जगताप ने मनपा आयुक्त श्रावण हर्डीकर को कड़ी फटकार लगाई है।उर्दू व हिंदी माध्यम के विद्यालयों में रोष्टरनिहाय शिक्षकों की रिक्त सीटें भरने के लिए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के आदेश देने की सूचना उन्होंने दी है।
विधायक लक्ष्मण जगताप ने मनपा आयुक्त श्रावण हर्डीकर को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि, मनपा के प्राथमिक शिक्षा विभाग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से, उर्दू माध्यम स्कूल में 37 शिक्षकों और छह मुख्याध्यापक और हिंदी माध्यम स्कूल में एक मुख्याध्यापक और 21 शिक्षक के पद खाली हैं। शिक्षा विभाग के प्रशासन ने पिछले तीन वर्षों में रिक्तियों का रोस्टर पूरा नहीं किया है। इसलिए, इन पदों को नहीं भरा गया था। इससे छात्रों को नुकसान पहुंचा रहा है और उपलब्ध शिक्षकों पर भार बढ़ रहा है।
इसका असर स्कूल और छात्रों की गुणवत्ता पर भी पड़ रहा है। इन दोनों माध्यम के स्कूलों में कई पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षकों और मुख्याध्यापकों को भी उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है। सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए सभी माध्यमों के रोस्टर को पूरा कर शिक्षकों की पदोन्नति और शिक्षक भर्ती के पोर्टल पर विज्ञापन जारी करने के स्पष्ट निर्देश दिए थे। रोस्टर पूरा करने के लिए सरकार ने बार-बार समय सीमा बढ़ाई थी। फिर भी प्राथमिक शिक्षा विभाग का प्रशासन रोस्टर पूरा करने के लिए जानबूझकर उपेक्षा कर रहा है।
अपनी गलती छिपाने के लिए प्रशासन रोस्टर पूरा नहीं हो रहा, यह कारण बताकर उर्दू और हिंदी मीडिया शिक्षकों की भर्ती में रिक्त पदों को नहीं दिखा रहा है। दूसरी ओर अतिरिक्त शिक्षकों को रोस्टर नहीं होने के बावजूद प्राथमिक शिक्षा विभाग में समायोजित किया गया है। इस कारण शिक्षा विभाग के कामकाज को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है और योग्य शिक्षकों के मन में संदेह पैदा हो गया है। विधायक जगताप ने निर्देश दिया कि संबंधित अधिकारियों को तुरंत इस मामले में पूछताछ करके उर्दू और हिंदी मीडिया के रिक्त पदों को भरने के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश देना चाहिए।
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