उत्तराखंड : एन पी न्यूज 24 – उत्तराखंड में भी अब रेलवे स्टेशनों का नाम बदला जाएगा। राज्य के प्लेटफार्म में लगी साइन बोर्ड से अब उर्दू भाषा की बिदाई होगी। अब इसकी जगह संस्कृत शब्द का प्रयोग होगा। यह कदम रेलवे की नियमावली के अनुसार उठाया जा रहा है. इस संबंध में उत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा कि नियमावली के अनुसार प्लेटफार्म के साइनबोर्ड पर रेलवे स्टेशन का नाम हिंदी और अंग्रेजी के बाद संबंधित राज्य की दूसरी भाषा में लिखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दूसरी आधिकारिक भाषा संस्कृत है जिसे अब उर्दू की जगह लिखा जाएगा। प्लेटफॉर्म साइनबोर्ड उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों के नाम अभी भी उर्दू में दिखाई देते है. इनमे से अधिकांश हिस्सा जब राज्य उत्तर प्रदेश का हिस्सा था तब का है. उर्दू उत्तर प्रदेश की दूसरी आधिकारिक भाषा है.
पीआरओ के अनुसार यह बदलाव 2010 में संस्कृत को राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा बनाये जाने के बाद हो जाना चाहिए था. वैसे रेलवे स्टेशनों की वर्तनी में ज्यादा कुछ बदलाव नहीं होगा। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि हिंदी और संस्कृत दोनों ही लिपि एक है. ऐसे में जब वह संस्कृत में लिखे जाते है तो अधिक बदलाव नहीं बदलाव नहीं होता।