नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोश हमलावरों की पहचान पर दिल्ली पुलिस माथापच्ची कर रही थी। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने कुछ नकाबपोश हमलावरों की पहचान कर ली है। हालांकि पुलिस ने नकाबपोश हमलावरों के नाम का खुलासा नहीं किया है। गौरतलब हो कि रविवार रात को जेएनयू में नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों पर हमला किया था। इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई छात्र बुरी तरह घायल हो गए थे। इस हमले में उन्हें सिर और हाथ में गंभीर चोट भी आई थी।
Delhi police have identified some masked persons who had vandalised and beaten up students in Jawaharlal Nehru University (JNU) on January 5: Government Sources #JNUViolence
— ANI (@ANI) January 10, 2020
इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के हिंसा मामले पर बड़ी बात कही है। केंद्रीय मंत्री ने कैंपस में इस हिंसा के लिए नकाबपोश लेफ्ट के छात्रों को जिम्मेदार ठहराया है। मंत्री ने कहा है कि ‘प्रशासन की व्यवस्था में जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्थान माने जाते हैं और जब तक विवि प्रशासन की तरफ से मांग नहीं की जाती तब तक पुलिस कैंपस में दाखिल नहीं होती। यह एक नियम है। मुद्दा यह है कि छात्र शुल्क वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों को यह जानना चाहिए कि जेएनयू की प्रति साल की फीस मात्र 300 रुपए है।’
आगे उन्होंने बड़ी बात कहा कि ‘शुल्क में कुछ वृद्धि हुई है लेकिन वे प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध करना छात्रों का वैधानिक हक है लेकिन इस पर बातचीत के जरिए हल निकाला जा सकता है। विरोध-प्रदर्शन के बीच सेमेस्टर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई। एक जनवरी को 1100 छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इससे लेफ्ट का छात्रसंघ परेशान हो गया। इसके बाद लेफ्ट के छात्र नकाब पहनकर आए और सर्वर रूम को नष्ट कर दिया। इस बीच उन्होंने एक महिला प्रोफेसर और छात्रों को पीटा। एक से चार जनवरी तक जेएनयू कैंपस में तनाव था। हम शिक्षण संस्थाओं में हिंसा की निंदा करते हैं।’
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