बिना स्थगन प्रस्ताव के ही सर्वसाधारण सभा स्थगित

सत्तादल भाजपा ने खुलेआम उड़ाई सभा शास्त्र की धज्जियां

0
पिंपरी : एन पी न्यूज 24 – सत्ता परिवर्तन के बाद से पिंपरी चिंचवड मनपा में सत्तादल भाजपा सभा शास्त्र की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही है। हालांकि सोमवार को सर्वसाधारण सभा में सभा शास्त्र एवं नियमों की पूरी ‘ऐसी की तैसी’ कर दी गई। निजी सुलह से भूमि अधिग्रहण करने संबंधी प्रस्ताव पर खुद भाजपा नगरसेवक द्वारा विरोध जताए जाने पर बिना स्थगन प्रस्ताव के ही सभा स्थगित करने की घोषणा महापौर उषा ढोरे ने कर दी। यही नहीं अगली सभा कब होगी? यह भी बताने की जरूरत नहीं समझी। नगरसेवकों ने इसका विरोध कर सभागृह में ही बैठे रहने की भूमिका अपनाई तब आधा घन्टे बाद महापौर पुनः आयीं और फिर स्थगन प्रस्ताव के शुक्रवार तक के लिए सभा स्थगित करने की घोषणा की।
गत माह यानी दिसंबर 2019 की मासिक सर्वसाधारण सभा, जोकि तब स्थगित की गई थी, आज संपन्न हुई। सभा का कामकाज शुरू होते ही निजी सुलह के जरिये भूमि अधिग्रहण करने की 2013 में तय की नीतियों में बदलाव लाने का प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव पर खुद भाजपा नगरसेवकों को कड़ा ऐतराज है। इसे मंजूर करने को लेकर पार्टी में दोफाड़ की स्थिति है। नतीजन यह प्रस्ताव बार- बार स्थगित करने की भूमिका सत्तादल द्वारा अपनाई जा रही है। आज भी सभा से पहले पार्टी नगरसेवकों की बैठक में यह प्रस्ताव स्थगित करने का फैसला किया गया था। वैसा व्हीप (पक्षादेश) भी सभागृह नेता एकनाथ पवार ने नगरसेवकों को जारी किया था।
सभा के कामकाज की शुरुआत करते ही पहला उक्त प्रस्ताव भाजपा नगरसेवक सागर अंगोलकर ने पेश किया, जिसका समर्थन नगरसेवक अंबरनाथ कांबले ने किया। इसके तुरंत बाद महापौर ने प्रस्ताव स्थगित रखने की घोषणा की। इस पर सत्तादल के नगरसेवक शत्रुघ्न काटे और शिवसेना के गुटेनता राहुल कलाटे ने कड़ी आपत्ति जताई और महापौर के सामने वेल में पहुंच गए। इस हंगामे के दौरान महापौर का राजदंड छीनने की कोशिश की गई। इसके बाद महापौर उषा ढोरे ने बिना किसी स्थगन प्रस्ताव के सभा स्थगित करने की घोषणा की और सीधे उठकर सभागृह से चली गई। कुछ देर बाद नगरसचिव उल्हास जगताप ने अगली सभा की तारीख बाद में सूचित करने की जानकारी सभागृह में दी।
इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के नगरसेवक दत्ता साने ने आपत्ति जताई और किस नियम के आधार पर इस तरह से सभा स्थगित की गई? यह सवाल उठाया। सत्तादल भाजपा द्वारा नियमों और सभा शास्त्र को ताक पर रखकर कामकाज किया जा रहा है, यह आरोप भी विपक्षी दलों ने लगाया। यही नहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस, शिवसेना और मनसे के नगरसेवक सभागृह में ही बैठे रहे। उनकी जिद के चलते करीबन आधा घंटा बाद महापौर ढोरे पुनः सभागृह में आयी। मगर फिर बिना किसी स्थगन प्रस्ताव के शुक्रवार तक के लिए यह सभा स्थगित किये जाने की घोषणा की। इस पर भी काफी हंगामा हुआ औऱ इसी हंगामे के बीच सभा स्थगित कर दी गई।
visit : npnews24.com
Leave A Reply

Your email address will not be published.