पुणे : एन पी न्यूज 24 – एफटीआईआई के प्रवेश परीक्षा की फीस और हर वर्ष वार्षिक फीस में होने वाली 10% की बढ़ोतरी के खिलाफ संस्था के चार विधार्थियों ने सोमवीर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया है.
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के विधार्थी हॉस्टल फीस में की गई वृद्धि के खिलाफ सड़को पर उतर आये है. अब ये आंदोलन एफटीआईआई तक पहुंच गई है.
अचानक फीस वृद्धि
एफटीआईआई के स्टूडेंट असोसिअशन से मिली जानकारी के अनुसार एफटीआईआई में 2103 जे बाद हर साल शिक्षा शुल्क में 10% की वृद्धि की जा रही है. 2013 में वार्षिक फीस 55380 रुपए थी लेकिन अब 2020 के बैच के लिए विधार्थियों को 1 लाख 18 हज़ार 320 रुपए देने होंगे। अचानक से इतनी फीस बढ़ा दी गई है।
अब 10 हज़ार रुपए हो चुका है फीस
2015 में प्रवेश परीक्षा शुल्क 1500 रुपए था जो 2020 के परीक्षा में बैठने के लिए 10 हज़ार रुपए लिए जा रहे है. इस फीस वृद्धि से आम परिवारों के इच्छुक विधार्थियों के लिए एफटीआईआई में पढ़ना मुश्किल होता जा रहा है.
इस फीस वृद्धि के खिलाफ तीन वर्षो से आवाज उठाई जा रही है लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. इस वजह से विधार्थियों ने भूख हड़ताल का निर्णय लिया है. विधार्थियों का कहना है कि जब तक हर वर्ष फीस में 10% की बढ़ोतरी वापस नहीं ली जाती है तब तक उनका भूख हड़ताल जारी रहेगा।
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