हतास: एन पी न्यूज 24 – आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने हाल ही में अपना शताब्दी जन्मदिन अर्थात 100 वां जन्मदिवस मनाया है. लेकिन अभी भी वे कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं. जी हैं, हम बात कर रहे हैं पेशे से वकील हरिनारायण सिंह की, जिनकी जिरह सुनकर आज भी अच्छे-अच्छे वकीलों के पसीने छुट जाते हैं.
हाल ही में 13 नवंबर को उन्होंने 100 साल पूरे किए हैं. अपनी जिंदगी के इन सालों में उन्होंने देश में हुए कई कानूनी उलटफेर देखे हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि उम्र के इस पड़ाव में वकालत करने वाले हरिनारायण सिंह देश के ऐसे पहले अधिवक्ता हैं.
अभी दर्जनों वकील उनसे सीख रहे है कानून की बारीकियां
रोहतास जिला के तिलई गांव के निवासी हरिनारायण सिंह फ़िलहाल सासाराम सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं, जिनके अधीनस्थ दर्जनों वकील कानून की बारीकियां सीख रहे हैं. यही नहीं उनके कई जूनियर आज देश की विभिन्न कोर्ट में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं.
67 साल से लगातार कर रहे हैं वकालत
हरिनारायण सिंह ने साल 1952 में अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी. तब से अभी तक वकालत करते हुए उनको 67 साल हो गए हैं. इस दौरान वे कई तरह के सैकड़ों मुकदमें लड़ चुके हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि वे आज भी रोजाना कोर्ट जाते हैं और केस लड़ते है.
संतुलित जीवन शैली और संयुक्त परिवार से मिलती है ताकत
हरिनारायण सिंह को सादा जीवन जीना और संतुलित आहार करना पसंद है. वे बगैर मिर्च-मसले का खाना खाते हैं. साथ ही प्रकृति की सेवा करना, टहलना आदि उनकी दिनचर्या का हिस्सा है.
आज के समय में भी वे संयुक्त परिवार में रहते हैं. उनके परिवार में 40 से अधिक सदस्य हैं. लेकिन अधिकतर युवा पीढ़ी के लोग देश और दुनिया के अलग-अलग शहरों में बस गए हैं. लेकिन गाँव में जितने भी सदस्य है, उन सभी के लिए आज भी एक ही चूल्हा जलता है. वे आज भी इस बड़े से परिवार में मुखिया की भूमिका निभाते हैं.
उनका मानना है कि जिम्मेदारियां इंसान को मजबूत बनाती हैं और शायद उनके लंबी उम्र की यही कुंजी है.
बच्चों के हैं प्रेरणास्त्रोत
यही नहीं आज वे अपने नाती-पोतों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत हैं. बच्चों का कहना है कि उनके दादा उन्हें बेहद प्यार करते हैं, लेकिन गलती करने पर डांटटे भी हैं. बच्चे कहते हैं दादा की जीवन शैली हम सबके लिए आदर्श है.
राजनीति में अच्छी साख रखता है बेटा
बता दें कि जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह हरिनारायण सिंह के पुत्र हैं. उनकी पहचान एक प्रभावी नेता के रूप में होती है. इस बात अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, CM नीतीश कुमार का भी उनके घर आना-जाना है.
किसान परिवार से है ताल्लुक
बता दें कि हरिनारायण सिंह का जन्म 1919 में 13 नवंबर को शाहाबाद जिले के तिलई गांव में हुआ था. वे एक किसान परिवार के बेटे हैं. इसलिए वे आज भी कहते हैं कि जब भी मैं घर पर रहता हूं, तब मैं एक किसान हूं.
साल 1948 में उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री में ग्रेजुएशन किया था. फिर बिहार लौट आए. उन्होंने बार काउंसिल ऑफ इंडिया की पटना शाखा में अपना रजिस्ट्रेशन कराया था और इसके बाद प्रैक्टिस शुरू कर दी.
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