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पुणे : एन पी न्यूज 24 – साइकिलों के शहर कहे जाने वाले पुणे शहर में साइकिल को गतवैभव दिलाने, ट्रैफिक समस्या कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से पुणे मनपा द्वारा साइकिल क्लब योजना शुरू की है। मगर इसकी जागरूकता को लेकर किये जा रहे सभी प्रयास अपर्याप्त साबित होते नजर आ रहे हैं। अब तक इस योजना के तहत मात्र 700 पुणेकर ही सदस्य हो सके हैं। उसमें में 60 फीसदी मनपा के अधिकारी रहने से यही कहा जा सकता है कि, पुणेकरों को अब साइकिल चलाने में कोई खास रूचि नहीं रह गई।
मनपा की ओर से “पब्लिक बायसिकल शेअरिंग’ योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत अगले कुछ सालों में एक लाख साइकिलें उपलब्ध कराने का नियोजन है। इस योजना के प्रचार- प्रसार के लिए मनपा अधिकारियों का साइकिल क्लब बनाया गया। बाद में इस उपक्रम में आम लोगों को भी शामिल करना तय किया गया और पुणे साइकिल क्लब की स्थापना की गई। इसके प्रचार, प्रसार के लिए बड़े पैमाने पर विज्ञापनों पर ख़र्च किया गया। मगर पुणेकरों ने इस योजना की तरफ पीठ घुमा ली है।
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जब से इस योजना का रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। तब से 15 से 20 दिनों में 200 नागरिक ही इसमें सदस्य बने हैं। अन्य 500 सदस्यों में मनपा के अधिकारी वर्ग का समावेश है। इस योजना में शामिल होने की अपील पुणे मनपा ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से भी की थी। इसमें पहले सड़कें अच्छी बनाएं, इस तरह के क्लब शुरू करने की बजाय महत्वपूर्ण कामों पर ध्यान दें, इस तरह की सलाहें दी जा रही हैं। हालांकि कई लोगों ने मनपा के इस उपक्रम की सराहना भी की है।