भोपाल के बाद अब दिल्ली में हनी ट्रैप गैंग का भांडाफोड़, ATM खाली करके लौटा दिया जाता था डेबिट कार्ड  

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नई दिल्ली : एन पी न्यूज 24 – मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली में हनी ट्रैप का भांडाफोड़ हुआ है. यहाँ पर ऐसे 5 गैंग के नाम सामने आए हैं, जो अमीर लोगों, नौजवानों, वकील,बिजनैसमैन, बिल्डर, डॉक्टर्स, आर्किटेक्ट, ज्वैलर्स आदि को अपना निशाना बनाते थे. गैंग में शामिल लडकियाँ पहले अपने हुस्न के जाल में लोगों को फंसाती थी और बाद में ब्लैकमेलिंग करके लोगों से पैसा लूटा जाता था.

5 गैंग का पर्दाफाश
हनी ट्रैप रैकेट में जिन गैंग के खुलासे हुआ हैं, उनमें जहांगीर गैंग, मिट्ठू गैंग, 3. परमिंदर गैंग, रोहित गैंग और मुकेश गैंग के नाम शामिल हैं. यह सभी गैंग दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय थे.

टारगेट का पता कर, उसे फांसने की रची जाती थी साजिश
सामने आया है कि इन गैंग में खुबसुरत विदेशी लडकियों को भर्ती किया जाता था, जो अलग-अलग किरदार निभाती थीं. पैसे वाले लोगों का पता लगाकर, फिर उसे फांसने की प्लानिंग की जाती थी. कभी ये हाई वैल्यू प्रॉपर्टी खरीदार तो कभी पेशेंट तो कभी मुकदमों से परेशान महिला बनकर अपने शिकार को फंसाती थी. अगर तीर निशाने पर लग जाता था, तो फिर अपने हुस्न के जाल में फंसकर पीड़ित का वीडियो या रेकोर्डिंग कर ली जाती थी. फिर उसी के आधार पर पीड़ित आदमी को ब्लैकमेल किया जाता था.

ATM खाली करके, लौटा दिया जाता था डेबिट कार्ड
यह गैंग अपने शिकार से पैसे निकालने के लिए उनके डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते थे. पहले पीड़ित से  डेबिट कार्ड मांगते थे. उसे कोई निर्धारित जगह बता दी जाती थी. फिर उसे वहीं पर अपना डेबिट कार्ड छोड़ने के लिए कहा जाता था. इसके बाद पीड़ित अपना डेबिट कार्ड बताई जगह पर छोड़ देता था, फिर उससे पासवर्ड भी पता कर लिया जाता था. जब गैंग के लोग पैसा निकाल लेते थे, तो कार्ड पीड़ित को लौटा दिया जाता था.

लोगों से लाखों-करोड़ों रुपए ऐंठे, कइयों पर केस दर्ज
बताया जा रहा है इन अलग-अलग गैंग ने अपने-अपने तरीके से कई लोगों को हनी ट्रैप का शिकार बना कर, उनसे लाखों-करोड़ों रुपए ऐंठे हैं. साथ ही अलग-अलग इलाकों में इनके खिलाफ दर्जनों ब्लैकमेलिंग के मामले दर्ज हैं.

दिल्ली पुलिस के स्पेशल के DCP पीएस कुशवाह ने बताया कि, जहांगीर गैंग ने एक डॉक्टर को अपना शिकार बनाया था. डॉक्टर के मोबाइल पर एक क्लिप भेजी गई, जिसमें उनसे 20 लाख रुपये की मांग की गई. हालांकि डर से डॉक्टर ने पैसे तो दे दिए, लेकिन बाद में इसकी जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद उक्त मामले में दक्षिण दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन गैंग का सरगना जहांगीर उर्फ शेखू और डॉक्टर को ब्लैकमेल करने वाली महिला अभी भी फरार है.

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