Weight Loss : ‘इन’ गलतियों के कारण नहीं घट पाता हमारा वजन

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मुंबई : एन पी न्यूज 24 – जिम में घंटों वर्कआउट करने के बावजूद कई लोगों का वजन कम नहीं होता है। जिससे वह परेशान हो जाते है। लेकिन क्या आपको पता हमारी खुद की कुछ गलतियों के कारण हमारा वजन नहीं घट पता है और हमारे द्वारा की जा रही सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है। ये गलतियां भले ही छोटी लगती हैं, लेकिन इनकी वजह से वजन घटने के बजाए बढ़ने लगता है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के रिसर्चर द्वारा की गई रिसर्च में यह साबित हुआ है कि अगर हम दिन में कई बार हाइली प्रोसेस्ड फूड खाते हैं, तो इससे काफी तेजी से वजन बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हाइली प्रोसेस्ड फूड में बाकी फूड्स के मुकाबले काफी ज्यादा कैलोरी होती है। अगर फिजिकल एक्टिव नहीं रहते हैं, तो ये कैलोरी तेजी से फैट में बदल जाती है।

सुबह का नाश्ता अवॉइड करना – कई लोगों को लगता है कि सुबह का नाश्ता न करने से वे कैलोरी इंटेक कम कर लेंगे, लेकिन यह गलत है। सुबह के समय की गई यह गलती आपको मोटापे का शिकार बना सकती है। नाश्ता न करने से मेटाबॉलिज्म (चयापचय प्रॉसेस) कमजोर हो जाती है। ऐसा करने से दिन में बार-बार भूख लगती है। जब हम दिन में खाना खाते हैं तो ओवर ईटिंग भी हो जाती है। इसकी वजह से बॉडी को एक्सट्रा कैलोरी मिलती है। ये एक्सट्रा कैलोरी बॉडी में जाकर फैट में बदल जाती है, जिसकी वजह से वजन बढ़ने लगता है।

टीवी देखते हुए खाना – दिनभर की खराब आदतों में से एक आदत टीवी देखते हुए खाना भी है। अगर टीवी देखते हुए खाना खाते हैं तो इस दौरान हमें पता भी नहीं चलता और ओवर ईटिंग हो जाती है। ओवर ईटिंग की वजह से बॉडी में एक्सट्रा फैट बनने लगता है। टीवी के सामने सोफे पर बैठे-बैठे चिप्स या पकौड़े खाना हमारी बॉडी के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। इस दौरान कोल्ड ड्रिंक पीने से बॉडी को काफी मात्रा में कैलोरी मिलने लगती है जो कि वजन बढ़ने के लिए जिम्मेदार होती है।

नींद पूरी न करना – जो लोग रात को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद नहीं लेते हैं उनकी बॉडी में कॉर्टिसोल नामक हॉर्मोन बनने लगता है। ये हॉर्मोन ब्रेन में स्ट्रैस पैदा करता है। स्ट्रेस की वजह से कई लोग ओवर ईटिंग करने लगते हैं। ओवर ईटिंग के कारण वजन बढ़ने की प्रॉब्लम होने लगती है।

कम पानी पीना – वजन घटाने के लिए दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना जरूरी होता है। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं उनका मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, ऐसे में हम जो भी खाते हैं वह ठीक तरीके से डाइजेस्ट नहीं हो पाता और फैट में बदल जाता है।

देर तक बैठकर काम करना – इस तरह बैठने से बॉडी में काफी मात्रा में कैलोरी इकट्ठी होने लगती है। फिजिकली एक्टिव न होने की वजह से ये कैलोरी फैट में बदलने लगती है और वजन बढ़ने लगता है।

इसके अलावा हो सकता है ये कारण –
जरूरत से ज्यादा बैक्टीरिया बढ़ना – हमारी आंतों में अच्छे व बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया सूजन को कम करने में मदद करते हैं वहीं बुरे बैक्टीरिया बीमारियों का कारण बनते हैं। जब शरीर में बुरे बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं तो मीथेन गैस का उत्पादन बढ़ जाता है। इससे छोटी आंत की गतिविधियां धीमी हो जाती है, जिससे इंसुलिन व लेप्टिन सिस्टम भी प्रभावित होता हैं। इससे भूख बढ़ जाती है और वजन घटाने में भी दिक्कत होती है।

पुरानी बीमारियां – अगर आप लंबे समय से पेट, गर्भाश्य या आंत से जुड़ी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो भी आपको वजन घटाने में दिक्कत हो सकती है। वहीं अगर आपका स्टेरॉयड उपचार चल रहा है तो भी आपको वेट लूज में प्रॉब्लम हो सकती है। यह स्टेरॉयड कार्बोहाइड्रेट की भूख को बढ़ा सकते हैं, जिसके कारण आपको ज्यादा भूख लगती और वजन भी बढ़ सकता है।

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