अजीत पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया ‘क्यों’ दिया अपने पद से ‘इस्तीफा’

0

मुंबई : एन पी न्यूज 24 – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के चीफ शरद पवार के भतीजे और पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कल अचानक अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद हर तरफ राजनीतिक खलबली मच गयी है। लोग में अलग-अलग तरह के चर्चाएं शुरू हो गयी। कई लोग कहने लगे कि अजित पवार राजनीति से संन्यास ले रहे है। वही शरद पवार और उनके संबंध के बारे भी बातचीत शुरू हो गई थी। सभी जानना चाहते थे कि पवार ऐसे अचानक अपने से इस्तीफा क्यों दिया।

इस पर आज अजित पावर ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और अपने सहयोगियों से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि ‘मेरे इस्तीफे से सभी लोग हैरान थे। अजीत पवार ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मुझको कभी इस्तीफा नहीं देने देते। मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगता हूं।’ शिखर बैंक मामले में उन्होंने कहा किराज्य के अर्थमंत्री ने बताया था कि ‘1088 करोड़ रुपए के कार्ज देने बारे में अनियमीतता है तो 25 हजार करोड़ का घोटाला हो गया ऐसा कहना गलत है। शरद पवार शिखर बैंक के निदेशक नहीं थे। फिर भी उनके खिलाफ अपराध दर्ज़ किया गया। ये काफी तकलीफ देह है। जिसके बाद ही मैंने इस्तीफा देना के बारे सोचा।’ इस्तीफे के समय में काफी दुखी था कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करू, कार्यकर्ता व सहयोगी से कैसे बात करू। इसके बाद ही मैंने अपना फ़ोन बंद कर दिया।’

अजीत पवार ने अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि ‘शरद पवार को उम्र के इस पड़ाव में पहुंचकर मेरी वजह से बदनामी झेलनी पड़ रही है, जिससे मैं आहत था। मैं बैंक के बोर्ड में था, जिसकी वजह से शरद पवार को मामले में लपेटा जा रहा है।’ अजीत पवार ने कहा कि मैं कोर्ट के आदेशों को स्वीकार करता हूं।  उन्होंने कहा कि ‘इस मामले के जांच अधिकारी ने कोर्ट को जानकारी दी है कि मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं हालांकि इसके बाद भी कोर्ट ने मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस पत्रकार सम्मलेन के दौरान राष्ट्रवादी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील, धनंजय मुंडे, छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटील, जितेंद्र आव्हाड आदि नेता उपस्थित थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.