जल्द निपटा लें बैंक के जरूरी काम, 25 सितंबर की आधी रात से 4 दिन तक बंद रहेंगे बैंक

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बैंकों के विलय को लेकर, 25 सितंबर से बैंक कर्मचारियों द्वारा हड़ताल को घोषणा  

नई दिल्ली: एन पी न्यूज 24 — सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के विरोध में देश भर के लगभग चार लाख बैंक कर्मचारी सितंबर में 2 दिवसीय हड़ताल पर जाने के लिए तैयार हैं. केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के मर्जर की घोषणा की गई थी, जिसके बाद से बैंक कर्मी इसका विरोध कर रहे हैं. नतीजतन चार बैंक यूनियनों द्वारा हड़ताल की घोषणा की गई है, जिनमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) शामिल हैं. बैंक कर्मचारी फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) ने एक बयान में कहा है कि, यूनियनों ने 25 सितंबर, 2019 की आधी रात से 27 सितंबर, 2019 की मध्यरात्रि तक 2-दिवसीय बैंक हड़ताल का फैसला किया है.

AIBOC (चंडीगढ़) के महासचिव दीपक कुमार शर्मा ने भी उक्त जानकारी की पुष्टि को है. बता दें कि 30 अगस्त को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चार बैंकों के विलय की घोषणा की थी.

आगामी दो दिवसीय हॉलिडे होने से 4 दिन रहेगा बैंक अवकाश
आपको बता दें कि अगर 25 से 27 सितंबर तक बैंक कर्मचारी स्ट्राइक रखते हैं, तो इससे बैंक 4 दिन बंद रहेंगे. क्योंकि 28 सितंबर को चौथा शनिवार है और 29 सितंबर को रविवार होने की वजह से बैंकों का अवकाश रहेगा. इसलिए नागरिकों से अपील है कि जो भी आपके बैंक संबंधी जरूरी कार्य हैं, उन्हें कल तक पूरा करने की कोशिश कर लें.

आम जनता के खिलाफ फैसला…!
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स के परिसंघ (AIBOC) के सचिव (तमिलनाडू यूनिट) आर. सेकरन ने कहा, “एक दिन में 4 लाख बैंकिंग कर्मचारी हड़ताल में भाग लेंगे, जिससे 48,000 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित होगा.” उन्होंने कहा कि, “हम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह आम जनता के खिलाफ है.”

इन बैंकों के विलय का कर रहें हैं विरोध
बता दें कि सरकार द्वारा 10 नेशनल बैंकों का विलय कर 4 बड़े बैंक बनाने की घोषणा की गई है, जिसके अंतर्गत यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया और ओरियंटल बैंक आफ कॉमर्स का विलय पंजाब नेशनल बैंक में किया जाएगा. इसके बाद अस्तित्व में आने वाला बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. या यूं कहें कि पंजाब नेशनल बैंक, SBI के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन जाएगा. इसी तरह सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में किया जाएगा. इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में किया जाना है. आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को यूनियन बैंक आफ इंडिया में मर्ज किया जाएगा.

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