यूनिट 1 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम तांगड़े ने बताया कि, विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर सहायक पुलिस निरीक्षक गणेश पाटिल, उपनिरीक्षक कालूराम लांडगे, कर्मचारी गणेश पाटिल, गणेश सावंत, विजय मोरे, प्रवीण पाटिल, मनोज कमले की टीम गश्त लगा रही थी। इस दौरान कर्मचारी सावंत को गैंगस्टर बाबा पांडे के भोसरी श्मशान भूमि के पास आने की खबर मिली। इसके अनुसार वहां जाल बिछाकर उसे धरदबोचा। तांगड़े ने यह भी बताया कि, बाबा की अपनी गैंग है, इस गैंग और भोसरी की ही ज्ञानेश्वर लांडगे गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इस गैंगवार के चलते 2014 में बाबा ने प्रतीक तापकिर औऱ सैंडी गुप्ता की मदद से लांडगे गैंग के गुर्गे अक्षय काटे की हत्या की थी। 2015 में लांडगे किशोर झेंडे की हत्या के मामले में जेल चला गया। हाल ही में वह जेल से बाहर आया। तब उसे मारने के लिए बाबा ने 2 पिस्तौल और 4 कारतूस खरीदे थे। इस बारे में भोसरी पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया है।
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