पुणे में लिंगायत समाज का मोर्चा

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 पुणे : एन पी न्यूज 24 –  लिंगायत धर्म को संविधानिक मान्यता तथा अल्पसंख्याक दर्जा देने की मांगों को लेकर लिंगायत समन्वय समिति द्वारा रविवार को पुणे में महामोर्चा निकाला गया। इस समय महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा तेलंगणा से हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए थे।

पुणे शहर के बाजीराव मार्ग स्थित गुरू बसवण्णा की प्रतिमा से मोर्चा की शुरूआत की गई। इस समय समाज के धर्म गुरू, लिंगायत समाज के अन्य संगठनों के पदाधिकारियों के भाषण हुए। उसके बाद मोर्चा निकाला गया। इसमें युवक, युवतियों की संख्या लक्षणीय थी। सभी ने हाथों में लिंगायत धर्म का ध्वज लेकर भारत देशा, जय बसवेशा ऐसी घोषणाएं दे रहे थे। दोपहर को मोर्चा विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने पहुंचा। वहां समिति के पदाधिकारियों ने समाज की मांगों का ज्ञापन देकर मोर्चा का समापन किया।

यह है मांगे

कर्नाटक सरकार की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार लिंगायत धर्म को मंजूरी देकर उस संदर्भ में केन्द्र सरकार को शिफारस भेजे। लिंगायत समाज को संविधानिक मान्यता देकर अल्पसंख्याक दर्जा दिया जाए। वर्ष 2021 में होनेवाली देश की जनगणना में लिंगायत धर्म के जनसंख्या का स्वतंत्र पंजीकरण करें। लिंगायत धर्म के मुल कन्नड भाषा में होनेवाले वचन अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवादित करने के लिए स्वतंत्र मंडल की स्थापना की जाए। राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर महात्मा बसवण्णा आर्थिक विकास महामंडल स्थापित करें।

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