डिजिटल मार्केटिंग में युवाओं के लिए बढ़ते अवसर

वर्धन देवनाथन द्वारा प्रतिपादन; एमआईटी-एडीटी में मार्केटिंग कार्यशाला

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पुणे : एन पी न्यूज 24 –   आजकल पारंपरिक बाजार के साथ, ऑनलाइन मार्केटिंग का चलन बढ़ रहा है. ऑनलाइन साईटस्‌ के माध्यम से ब्रांडेड सामान खरीदारी उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हैं. दुनिया में लाखों लोग इंटरनेट से जुड़े हैं. दुनिया भर की अधिकांश कंपनियां पारंपरिक बाजारों के माध्यम से कारोबार कर रही हैं. दूसरी ओर, डिजिटल मार्केटिंग उत्पाद को बढ़ावा देती हुई प्रतीत होती है. इसलिए कंपनियों को इस क्षेत्र में गुणवत्ता वाले उम्मीदवारों की आवश्यकता है.डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र युवाओं के लिए अवसर को बढा रहा है, ऐसा प्रतिपादन यानफेंग इंडिया ऑटोमोटिव इंटीरियर सिस्टम के अध्यक्ष वर्धन देवनाथन ने किया.

एमआईटी आर्ट, डिजाइन और टेक्नॉलॉजी विश्वविद्यालय के एमआईटी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट (मिटकॉम) द्वारा आयोजित तीसरी मार्केटिंग कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. इस समय, एमआईटी मिटकॉम की निदेशक सुनीता मंगेश कराड, कुलपति डॉ. सुनील राय, डॉ. विवेक सिंह, डॉ. छब्बी सिन्हा आदि उपस्थित थे.

वर्धन देवनाथन ने कहां, डिजिटल मार्केटिंग सबसे चुनौतीपूर्ण उद्योगों में से एक है. डिजिटल मार्केटिंग काफी हद तक पारंपरिक है. केवल मार्केटिंग प्रथाओं में परिवर्तन हुआ है. आजकल कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं, क्योंकि लोग मोबाइल फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं. आपका उत्पाद, सेवाएं या ब्रांड जागरूकता उन्हें बेचने के तरीके पर जोर दिया जा रहा है. छात्रों ने डिजिटल मार्केटिंग के लिए आवश्यक कौशल को आत्मसात करना चाहिए.

प्रा. सुनीता कराड कहती हैं, मीडिया का तेजी से विस्तार हो रहा है. वर्तमान युग डिजिटल युग है. इससे आपको अपने प्रोडक्ट की ब्रॉडिंग के लिए फायदा होता है. छात्रों को यह अध्ययन करना चाहिए कि क्या इसका उपयोग किसी उत्पाद की ब्रांडिंग के लिए किया जा सके. मार्केट में बने रहकर मार्केटिंग की शिक्षा हासिल की जा सकती है. छात्रों को बाजार के अध्ययन पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए.

कुलपति डॉ. सुनील राय ने प्रस्तावना की. छात्र रोहित पवार और विधी कोठीवाल ने सूत्रसंचालन किया. डॉ। छब्बी सिन्हा ने वोट ऑफ थैंक्स किया.

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